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उत्सव बैजल का 'बड़ा कदम': अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट छोड़ा, अब बेन कैपिटल में 'लीडरशिप रोल' संभालेंगे!

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उत्सव बैजल का 'बड़ा कदम': अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट छोड़ा, अब बेन कैपिटल में 'लीडरशिप रोल' संभालेंगे! निजी इक्विटी (Private Equity) और निवेश की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। इंडस्ट्री के कई सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया है कि उत्सव बैजल ने अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट में पार्टनर और इंडिया हेड के अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बैजल अपोलो के साथ 17 साल से जुड़े हुए थे। उनके अब बेन कैपिटल इंडिया (Bain Capital India) ज्वाइन करने की प्रबल संभावना है, जहाँ वे एक महत्वपूर्ण लीडरशिप रोल में होंगे। एक सूत्र ने पुष्टि करते हुए कहा, "हाल ही में बैजल ने इस्तीफा दे दिया है। उनके बेन कैपिटल ज्वाइन करने की उम्मीद है और वह वहाँ स्पेशल सिचुएशंस और क्रेडिट स्ट्रेटेजी का नेतृत्व करेंगे।" बेन कैपिटल से उत्सव बैजल का पुराना रिश्ता: यह कदम उत्सव बैजल के लिए घर वापसी जैसा हो सकता है, क्योंकि उनका Bain Capital LLC से पुराना संबंध रहा है। उन्होंने अपने निवेश करियर की शुरुआत बेन कैपिटल से ही की थी। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, वे बेन कैपिटल में 3 साल से थोड़ा कम समय रहे थे। अपने कर...

IPO निवेशकों के लिए 'महा-सप्ताह': 19 लिस्टिंग और 7 नए इश्यू में दांव लगाने का मौका!

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 IPO निवेशकों के लिए 'महा-सप्ताह': 19 लिस्टिंग और 7 नए इश्यू में दांव लगाने का मौका! आईपीओ निवेशकों के लिए यह हफ्ता किसी त्योहार से कम नहीं है! भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है, क्योंकि कुल 19 कंपनियों के शेयरों की लिस्टिंग होने जा रही है, वहीं 7 नए आईपीओ में बोली लगाने का शानदार मौका भी है। आइए, जानते हैं इस 'आईपीओ महोत्सव' की पूरी डिटेल: इस हफ्ते खुल रहे नए IPOs: सबसे पहले बात करते हैं उन कंपनियों की, जिनके आईपीओ इस हफ्ते खुलने जा रहे हैं: मेनबोर्ड सेगमेंट (BSE & NSE): क्रिजाक (Crizac): यह आईपीओ 2 जुलाई से 4 जुलाई तक खुला रहेगा। इसमें निवेशक ₹233-₹245 के प्राइस बैंड में बोली लगा सकेंगे। इंडोगल्फ क्रॉपसाइंसेज (Indogulf Cropsciences): यह आईपीओ पहले से खुला हुआ है और आज, 30 जून, इसमें बोली लगाने का आखिरी दिन है। इसका प्राइस बैंड ₹105-₹111 है। SME सेगमेंट: इस हफ्ते छह कंपनियों के SME आईपीओ खुल रहे हैं, जिनमें से पाँच आज, 30 जून को खुले हैं और 2 जुलाई तक खुले रहेंगे: सिल्की ओवरसीज (Silky Overseas): प्राइस बैंड ₹153-₹161। पुष्पा ज्वैलर्स (...

कर्नाटक बैंक के शेयरों में भारी गिरावट: CEO और ED के इस्तीफे से ₹200 से नीचे लुढ़का भाव, जानिए क्या है 'असली' वजह!

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कर्नाटक बैंक के शेयरों में भारी गिरावट: CEO और ED के इस्तीफे से ₹200 से नीचे लुढ़का भाव, जानिए क्या है 'असली' वजह! आज, 30 जून को कर्नाटक बैंक के शेयरधारकों के लिए बुरी खबर आई, जब कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 8% तक लुढ़ककर ₹190 पर पहुंच गए। इस तेज गिरावट की वजह बैंक के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) कृष्णन हरि हारा शर्मा और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (ED) शेखर राव का अपने पदों से इस्तीफा देना है। निजी क्षेत्र के इस बैंक ने 29 जून को स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी एक सूचना में बताया कि CEO श्रीकृष्णन हरि हारा सरमा का इस्तीफा 15 जुलाई से और शेखर राव का इस्तीफा 31 जुलाई से प्रभावी होगा। 'व्यक्तिगत कारण' या बोर्ड के साथ मतभेद? बैंक ने अपने आधिकारिक बयान में इन दोनों शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे के पीछे "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला दिया है। हालांकि, मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक के बोर्ड और इन दोनों शीर्ष अधिकारियों के बीच एक विशेष खर्च को लेकर मतभेद ही इसकी मुख्य वजह मानी जा रही है। यह मतभेद मई 2025 में सामने आया, जब बैंक के स्टैचुटरी ऑडिटरों ने अपनी रिपोर्ट में...

सरकार का '₹6 लाख करोड़ का स्पेक्ट्रम वेवर': रक्षा, रेलवे मंत्रालयों को मिलेगी बड़ी राहत, पर Vodafone Idea, Airtel को नहीं!

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सरकार का '₹6 लाख करोड़ का स्पेक्ट्रम वेवर': रक्षा, रेलवे मंत्रालयों को मिलेगी बड़ी राहत, पर Vodafone Idea, Airtel को नहीं! केंद्रीय मंत्रिमंडल स्पेक्ट्रम बकाया के मामले में एक बड़ी 'वन टाइम वेवर' (एकबारगी छूट) की घोषणा कर सकता है, जिससे ₹6 लाख करोड़ से अधिक की राशि माफ हो सकती है। हालांकि, यह राहत विशेष रूप से रक्षा, रेलवे और अंतरिक्ष जैसे सरकारी विभागों के लिए होगी। CNBCTV-18 की रिपोर्ट के अनुसार, आधिकारिक सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि यह छूट पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स (PSUs) या टेलीकॉम सेक्टर की निजी कंपनियों जैसे वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea), एयरटेल (Airtel) और रिलायंस जियो (Reliance Jio) को नहीं मिलेगी। इसका मतलब है कि निजी टेलीकॉम ऑपरेटरों को अपने स्पेक्ट्रम बकाए पर कोई राहत नहीं मिलेगी। कैबिनेट की मीटिंग के बाद आधिकारिक प्रेस ब्रीफिंग में इस फैसले के बारे में सीधे तौर पर कुछ नहीं बताया गया, लेकिन सूत्रों का कहना है कि इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है और इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। सूत्रों ने संकेत दिया है कि सरकारी विभागों पर स्पेक्ट्रम बकाए की कुल राशि, जिसमें...

Suntech Infra Solutions IPO ने मचाया धमाल: 105 गुना से ज्यादा subscription, GMP में जोरदार उछाल!

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 Suntech Infra Solutions IPO ने मचाया धमाल: 105 गुना से ज्यादा subscription, GMP में जोरदार उछाल! construction sector की कंपनी Suntech Infra Solutions का IPO आज, 27 जून को शाम 5:00 बजे बंद हो गया और इसे investors से उम्मीद से कहीं बेहतर response मिला है। बोली के अंतिम दिन दोपहर 2:23 बजे तक, ₹44.4 करोड़ के इस NSE SME IPO को 105.86 गुना से भी ज्यादा subscribe किया जा चुका था। सभी category के investors ने इसमें जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई है। खुदरा निवेशकों (Retail Investors) ने अपने हिस्से को 97.50 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने 185.45 गुना, और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) ने 60.77 गुना सब्सक्राइब किया है। यह भारी सब्सक्रिप्शन दर्शाता है कि कंपनी के कारोबार और भविष्य की संभावनाओं पर निवेशकों का भरोसा मजबूत है। Suntech Infra Solutions IPO: पूरी जानकारी IPO खुलने की तारीख: 25 जून 2025 IPO बंद होने की तारीख: 27 जून 2025 (शाम 5:00 बजे) IPO का प्राइस बैंड: ₹86 प्रति शेयर शेयर अलॉटमेंट की तारीख: 30 जून 2025 शेयर लिस्टिंग की तारीख: 2 जुलाई 2025 को NSE SME पर रिटेल निवेशकों को एक ...

जामनगर में ONGC की नई रिफाइनरी का 'बिग प्लान': सऊदी अरब करेगा क्रूड ऑयल सप्लाई, ₹100 अरब डॉलर के निवेश पर भी नजर!

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जामनगर में ONGC की नई रिफाइनरी का 'बिग प्लान': सऊदी अरब करेगा क्रूड ऑयल सप्लाई, ₹100 अरब डॉलर के निवेश पर भी नजर! भारतीय ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) गुजरात के जामनगर जिले में एक नई ग्रीनफील्ड रिफाइनरी स्थापित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए सऊदी अरब से कच्चे तेल की नियमित सप्लाई की योजना बनाई जा रही है, और दोनों देश एक ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाने पर भी विचार कर रहे हैं। मनीकंट्रोल को एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि की है। अधिकारी ने बताया, "यह एक कोस्टल रिफाइनरी होगी, जिसे गुजरात के जामनगर जिले या उसके आसपास के इलाके में बनाए जाने की संभावना है। 'धारुका' इलाके पर भी विचार किया जा रहा है।" फिलहाल, ONGC इस परियोजना के लिए एक डिटेल्ड फीजिबिलिटी रिपोर्ट (DFR) तैयार कर रहा है। इसी रिपोर्ट के आधार पर रिफाइनरी की अंतिम क्षमता और कुल निवेश को लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा। इस खबर के लिखे जाने तक ONGC से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। भारत-सऊदी अरब ऊर्जा सहयोग का नया अध्याय: यह परियोजना भारत और सऊदी अर...
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 UltraTech Cement की मैहर यूनिट में नई grinding मिल चालू: क्या शेयर बाजार में दिखेगा 'एक्शन'? भारत की दिग्गज सीमेंट कंपनी, UltraTech Cement ने अपनी उत्पादन क्षमता में एक और महत्वपूर्ण विस्तार किया है। गुरुवार, 26 जून को company ने घोषणा की कि उसने मध्य प्रदेश के मैहर स्थित अपने प्लांट में 1.8 MTPA क्षमता वाले दूसरे सीमेंट grinding मिल का सफलतापूर्वक संचालन शुरू कर दिया है। यह कदम company की बढ़ती मांग को पूरा करने और बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करने की रणनीति का अहम हिस्सा है। उत्पादन क्षमता में जबरदस्त उछाल: मैहर unit में यह दूसरा grinding mill है, जहाँ पहला mill मार्च 2025 में ही चालू हो गया था। इस नए विस्तार के साथ,UltraTech Cement की घरेलू ग्रे सीमेंट उत्पादन क्षमता बढ़कर 186.86 MTPA हो गई है। कंपनी के विदेशी operations को भी शामिल कर लें, तो उसकी कुल वैश्विक क्षमता अब 192.26 MTPA तक पहुँच चुकी है। यह विस्तार अल्ट्राटेक को भारत और वैश्विक स्तर पर सीमेंट उद्योग में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने में मदद करेगा। मजबूत तिमाही नतीजे: UltraTech Cement ने हाल ही में समाप्त हुई मार्च त...

सेफ एंटरप्राइजेज IPO की धमाकेदार लिस्टिंग: ₹138 का शेयर लिस्ट होते ही 14.89% उछला, लगा अपर सर्किट!

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सेफ एंटरप्राइजेज IPO की धमाकेदार लिस्टिंग: ₹138 का शेयर लिस्ट होते ही 14.89% उछला, लगा अपर सर्किट! shop fittings और retail fixtures बनाने और इंस्टॉल करने वाली कंपनी सेफ एंटरप्राइजेज (Safe Enterprises) के शेयरों ने आज NSE SME प्लेटफॉर्म पर जोरदार एंट्री मारी। इसके IPO को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, जिसे कुल मिलाकर 14 गुना से अधिक बोलियां प्राप्त हुई थीं। आईपीओ में शेयर ₹138 प्रति शेयर के भाव पर जारी किए गए थे, और आज NSE SME पर इसकी लिस्टिंग ₹151.00 पर हुई। यह आईपीओ निवेशकों के लिए 9.42% का शानदार listing गेन लेकर आया। listing के तुरंत बाद, शेयर में और तेजी आई, और यह ₹158.55 के अपर सर्किट पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि IPO में निवेश करने वाले अब तक 14.89% के मुनाफे में हैं। यह प्रदर्शन IPO मार्केट में निवेशकों के बढ़ते भरोसे और गुणवत्तापूर्ण SME लिस्टिंग की क्षमता को दर्शाता है। सेफ एंटरप्राइजेज IPO: फंड का इस्तेमाल और सब्सक्रिप्शन विवरण SAFE Enterprises का ₹169.74 करोड़ का IPO subscription के लिए 20 से 24 जून तक खुला था। इसे निवेशकों का बेहतरीन रिस्पांस मिला था, और यह overal...

IPO की 'जून वर्षा' पर एक्सपर्ट्स की चेतावनी: ₹19,000 करोड़ के 38 आईपीओ ने मचाई धूम, पर निवेशकों को क्यों रहना चाहिए सतर्क?

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 IPO की 'जून वर्षा' पर एक्सपर्ट्स की चेतावनी: ₹19,000 करोड़ के 38 आईपीओ ने मचाई धूम, पर निवेशकों को क्यों रहना चाहिए सतर्क? जून महीना केवल मानसूनी बारिश के लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय शेयर बाजार में आईपीओ की धमाकेदार 'बारिश' के लिए भी याद किया जाएगा! इस महीने मेनबोर्ड (BSE और NSE) और SME सेगमेंट, दोनों में ही अप्रत्याशित रौनक देखने को मिली। जहाँ मेनबोर्ड पर आठ कंपनियों के कुल ₹17,688 करोड़ के आईपीओ आए, जो पिछले छह महीने में सबसे अधिक है, वहीं SME सेगमेंट में 30 कंपनियों ने लगभग ₹1329 करोड़ जुटाए, जो नौ महीने का उच्चतम स्तर है। हालांकि, इस आईपीओ की बहार पर बाजार विश्लेषक (एनालिस्ट्स) निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। उनकी चिंता यह है कि यदि कोई भी बड़ा आईपीओ लिस्टिंग के दिन कमजोर प्रदर्शन करता है, तो इसका असर पूरे सेकंडरी मार्केट के सेंटिमेंट पर पड़ सकता है और रौनक फीकी पड़ सकती है। इस महीने आईपीओ की भारी संख्या के बावजूद, निवेशकों का रिस्पांस हमेशा जबरदस्त नहीं रहा, क्योंकि कंपनियों के उच्च मूल्यांकन (over-valuation) और कमजोर कमाई की संभावनाओं (weak earnings pros...

माइक्रोसॉफ्ट में फिर बड़ी छंटनी का 'खतरा': Xbox और ग्लोबल सेल्स में हजारों नौकरियां जा सकती हैं!

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माइक्रोसॉफ्ट में फिर बड़ी छंटनी का 'खतरा': Xbox और ग्लोबल सेल्स में हजारों नौकरियां जा सकती हैं! दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के कर्मचारियों के लिए एक बार फिर चिंता की खबर आई है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी अगले सप्ताह एक और बड़ी छंटनी कर सकती है, जिससे हजारों नौकरियों पर तलवार लटक रही है। यह संभावित छंटनी विशेष रूप से Xbox डिवीजन और ग्लोबल सेल्स टीमों को प्रभावित कर सकती है। यदि ऐसा होता है, तो यह Xbox डिवीजन में पिछले 18 महीनों के भीतर चौथी बड़ी छंटनी होगी, जो इस सेगमेंट में लगातार पुनर्गठन का संकेत है। मैनेजर कथित तौर पर कार्यबल में भारी कमी के लिए तैयारी कर रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट के सेल्स डिपार्टमेंट में हजारों नौकरियों में कटौती होने की खबर पहले ही आ गई थी। कंपनी लगातार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में अपने निवेश को बढ़ा रही है और इसी के साथ वह अपनी कर्मचारियों की संख्या को 'सुव्यवस्थित' कर रही है। ब्लूमबर्ग न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि माइक्रोसॉफ्ट के वित्त वर्ष (जो 1 जुलाई से 30 जून तक चलता है) के खत्म होने के बाद, जुलाई की शुर...

ब्रोकरों को 'टेक्निकल ग्लिच' पर राहत की उम्मीद? सेबी और एक्सचेंजों के बीच चल रही 'मुश्किल' बातचीत!

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ब्रोकरों को 'टेक्निकल ग्लिच' पर राहत की उम्मीद? सेबी और एक्सचेंजों के बीच चल रही 'मुश्किल' बातचीत! शेयर बाजार में ट्रेडिंग के दौरान आने वाली तकनीकी गड़बड़ियों (Technical Glitches) को लेकर सेबी, स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर फिर से आमने-सामने हैं। ब्रोकरों को उम्मीद है कि उनके सिस्टम से जुड़ी तकनीकी खामियों के मामले में बाजार नियामक सेबी उन्हें कुछ राहत दे सकता है। मामले से जुड़े सूत्रों ने मनीकंट्रोल को इस बारे में जानकारी दी है। दरअसल, यह पूरा विवाद 28 मार्च 2025 को एक्सचेंजों द्वारा जारी एक सर्कुलर के बाद शुरू हुआ था, जिसमें कई कड़े प्रावधान लागू किए गए थे, जिनसे ब्रोकर संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने कई मसलों का समाधान न होने की शिकायत की थी। सेबी का सख्त रुख: 'गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं' इंडस्ट्री के एक सूत्र ने बताया, "सेबी और एक्सचेंजों ने इंडस्ट्री की तरफ से उठाए गए कुछ मसलों पर विचार करने की बात कही थी।" हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि ट्रेडिंग, सेटलमेंट्स और रिस्क मैनेजमेंट में किसी भी तरह की तकनीकी गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सेबी की परिभा...

अदाणी एंटरप्राइजेज का 'बिग प्लान': ₹1000 करोड़ जुटाने की तैयारी, NCDs के जरिए होगा फंडरेज!

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अदाणी एंटरप्राइजेज का 'बिग प्लान': ₹1000 करोड़ जुटाने की तैयारी, NCDs के जरिए होगा फंडरेज! अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी, अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) एक बड़े फंडरेजिंग प्लान पर काम कर रही है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) के जरिए ₹1000 करोड़ का फंड जुटाएगी। बुधवार, 25 जून को कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी गई जानकारी में बताया कि उनके मैनेजमेंट कमेटी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस इश्यू का बेस साइज ₹500 करोड़ निर्धारित किया गया है, और इसमें ₹500 करोड़ का 'ग्रीन शू ऑप्शन' भी शामिल है, जिसका अर्थ है कि कुल इश्यू साइज ₹1000 करोड़ तक पहुंच सकता है। इस खबर का आज कंपनी के शेयरों पर भी असर दिख सकता है। बुधवार को बीएसई पर अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 0.80% की बढ़त के साथ ₹2526.90 पर बंद हुआ था। कैसी है अदाणी एंटरप्राइजेज की वित्तीय सेहत? अदाणी एंटरप्राइजेज के लिए पिछला वित्त वर्ष 2025 की आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) बेहद शानदार रही। मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 753.34% की अविश्वसनीय उछाल के साथ ₹3,845 करोड़ पर प...

HDB financial IPO पर बड़ा खुलासा: 'HDFC Bank' brand का इस्तेमाल सिर्फ 2028 तक! क्या नाम बदलने को मजबूर होगी कंपनी?

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HDB financial IPO पर बड़ा खुलासा: 'HDFC Bank' brand का इस्तेमाल सिर्फ 2028 तक! क्या नाम बदलने को मजबूर होगी कंपनी? HDB Financial Service के बहुप्रतीक्षित IPO से ठीक पहले, एक बड़ा खुलासा सामने आया है जो निवेशकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, hdfc बैंक (HDFC Bank) ब्रांड का इस्तेमाल करने का एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का अधिकार एक निश्चित समय पर समाप्त हो सकता है। इसकी वजह यह है कि यह NBFC एक 'ट्रेडमार्क लाइसेंस एग्रीमेंट' के तहत काम कर रही है। इस एग्रीमेंट के तहत, एचडीबी फाइनेंशियल एचडीएफसी बैंक ब्रांड, नाम और लोगो का इस्तेमाल या तो 1 जुलाई, 2028 तक कर सकती है, या उस तारीख तक जब तक वह बैंक की सब्सिडियरी बनी रहेगी। इनमें से जो भी पहले होगा, उसे लागू माना जाएगा। यह व्यवस्था कंपनी के भविष्य के ब्रांडिंग और पहचान पर महत्वपूर्ण असर डाल सकती है। पिछले साल हुए थे समझौते पर हस्ताक्षर, 'सबसे बड़ा रिस्क' करार: एचडीबी फाइनेंशियल के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मुताबिक, इस एग्रीमेंट पर 19 दिसंबर, 2023 को हस्ताक्षर हुए थे। सबसे म...

नोवो नॉर्डिस्क की 'वीगोवी' भारत में लॉन्च: वजन घटाने वाली यह इंजेक्शन क्यों है खास? जानें कीमत और फायदे!

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नोवो नॉर्डिस्क की 'वीगोवी' भारत में लॉन्च: वजन घटाने वाली यह इंजेक्शन क्यों है खास? जानें कीमत और फायदे! डेनमार्क की दिग्गज फार्मा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क (Novo Nordisk) ने भारत में अपनी बहुप्रतीक्षित वजन घटाने वाली दवा 'वीगोवी' (Wegovy) लॉन्च कर दी है। आज लॉन्च हुई यह दवा इस महीने के अंत तक देश भर की फार्मेसियों में उपलब्ध हो जाएगी। यह इंजेक्शन हफ्ते में सिर्फ एक बार लिया जाएगा, जो इसे इस्तेमाल करने में बेहद सुविधाजनक बनाता है। वीगोवी को पांच अलग-अलग डोजेज फॉर्म में लॉन्च किया गया है: 0.25 मिलीग्राम (mg), 0.5 mg, 1 mg, 1.75 mg, और 2.4 mg। इसे एक पेन डिवाइस के रूप में पेश किया गया है, जिससे इसका उपयोग काफी आसान हो जाएगा। नोवो नॉर्डिस्क भारत में पहले से ही सेमाग्लूटाइड नामक एक ओरल दवा बेचती है, जिसे उन्होंने 2022 में डायबिटीज के रोगियों के लिए लॉन्च किया था। 'वीगोवी' की कीमत: नोवो नॉर्डिस्क की इस नई वजन घटाने वाली इंजेक्शन 'वीगोवी' की कीमत की बात करें तो: ₹17,345 प्रति माह: 0.25 mg, 0.5 mg और 1 mg डोज के लिए। ₹24,280 प्रति माह: 1.75 mg डोज के लिए। ₹26,050 प्...

IndusInd Bank पर गहराया संकट: माइक्रोफाइनेंस लोन पोर्टफोलियो में ₹6,000-7,000 करोड़ की 'गड़बड़ी' का संदेह, CBI जांच के घेरे में!

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IndusInd Bank पर गहराया संकट: माइक्रोफाइनेंस लोन पोर्टफोलियो में ₹6,000-7,000 करोड़ की 'गड़बड़ी' का संदेह, CBI जांच के घेरे में! निजी क्षेत्र के प्रमुख बैंक, इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। बैंक के माइक्रोफाइनेंस लोन पोर्टफोलियो में कथित तौर पर एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है, जिसकी गहन जांच चल रही है। सूत्रों का कहना है कि करीब ₹6,000-7,000 करोड़ रुपये के लोन को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो सकते हैं। ऐसा संदेह है कि इन छोटे अमाउंट के लोन को जारी करने में तय प्रक्रिया और नियमों का सही ढंग से पालन नहीं किया गया। इन लोंस में से कुछ एग्रीकल्चर लोन हो सकते हैं, लेकिन इनका सीधा संबंध माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस (MFI) से है। बैड लोन को छुपाने की कोशिश? सूत्रों ने बताया कि ये संदिग्ध लोन मुख्य रूप से पहले दिए गए लोंस को 'बैड लोन' (NPA - Non-Performing Asset) में कनवर्ट होने से रोकने के लिए दिए गए थे। इस मामले की जांच से जुड़े एक बैंकर ने नाम न छापने की शर्त पर मनीकंट्रोल को बताया कि जो हुआ है, वह पूरी तरह से लोन रोलओवर का मामला तो नहीं है, लेकिन उससे काफी मिलता-...

SBI कार्ड में जोरदार उछाल: मई में कार्ड स्पेंडिंग में 23% की वृद्धि, स्टॉक 2% से ज्यादा चढ़ा - मॉर्गन स्टैनली की राय जानिए!

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SBI कार्ड में जोरदार उछाल: मई में कार्ड स्पेंडिंग में 23% की वृद्धि, स्टॉक 2% से ज्यादा चढ़ा - मॉर्गन स्टैनली की राय जानिए! आज भारतीय शेयर बाजार में SBI कार्ड (SBI Card) फोकस में रहा, जब कंपनी की रिपोर्ट सामने आई कि मई 2025 में उसकी कार्ड स्पेंडिंग में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। इस खबर के बाद, SBI कार्ड के शेयर की कीमत में 2% से ज्यादा की तेजी देखने को मिली, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, मई में SBI कार्ड का स्पेंड मार्केट शेयर मासिक आधार पर 16% से बढ़कर 17.1% हो गया है। क्रेडिट कार्ड से होने वाले खर्चों की बात करें तो, मई में SBI कार्ड के खर्च में मासिक आधार पर 10.1% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि पूरे इंडस्ट्री में यह बढ़ोतरी मात्र 3% रही। सालाना आधार पर देखें तो, मई में SBI कार्ड के क्रेडिट कार्ड खर्च में 23% की शानदार वृद्धि हुई, जबकि इंडस्ट्री में औसत वृद्धि 15% थी। मई में SBI कार्ड का कुल मार्केट शेयर 19% रहा। मॉर्गन स्टैनली की राय और टारगेट प्राइस: प्रमुख ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) ने SBI कार्ड पर अपनी रिपोर्ट में इन आंकड़ों का...

HDB फाइनेंशियल IPO का बिग-बैंग: ₹12,500 करोड़ का issue 25 जून को खुलेगा, पर listed प्रतिस्पर्धियों से इस मोर्चे पर दिख रही 'कमजोर सेहत'!

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HDB फाइनेंशियल IPO का बिग-बैंग: ₹12,500 करोड़ का issue 25 जून को खुलेगा, पर listed प्रतिस्पर्धियों से इस मोर्चे पर दिख रही 'कमजोर सेहत'! एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (HDB Financial Services) इस साल 2025 का और पिछले साल हुंडई मोटर इंडिया के ₹27,000 करोड़ के आईपीओ के बाद का सबसे बड़ा आईपीओ लाने जा रही है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) की यह Subsidiary ₹12,500 करोड़ का आईपीओ 25 से 27 जून तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रखेगी। इस इश्यू में नए शेयर जारी किए जाएंगे और 'ऑफर फॉर सेल' (OFS) विंडो के तहत मौजूदा शेयरहोल्डर्स अपनी हिस्सेदारी हल्की करेंगे। आइए जानते हैं HDB फाइनेंशियल के आईपीओ के बारे में विस्तार से, साथ ही यह भी कि लिस्टेड प्रतिस्पर्धियों की तुलना में इसकी स्थिति कैसी है। लिस्टेड प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले HDB फाइनेंशियल की स्थिति: 1. वैल्यूएशन (Valuation): अगर हम वैल्यूएशन की बात करें, तो P/E (प्राइस-टू-अर्निंग) और P/BV (प्राइस-टू-बुक वैल्यू) दोनों पैमानों पर HDB फाइनेंशियल बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) और चोलमंडलम (Cholamandalam) की तुलना में...

निफ्टी 50 में बड़ा बदलाव: BSE और Indigo की एंट्री तय! IndusInd Bank और Hero MotoCorp की होगी 'विदाई'?

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निफ्टी 50 में बड़ा बदलाव: BSE और Indigo की एंट्री तय! IndusInd Bank और Hero MotoCorp की होगी 'विदाई'? भारतीय शेयर बाजार के सबसे प्रतिष्ठित इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स, निफ्टी 50 में जल्द ही एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्टेड कंपनियों में से सबसे बड़ी 50 कंपनियों के शेयरों को ट्रैक करने वाला यह इंडेक्स अब दो नए दिग्गजों – बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और इंडिगो (Indigo) की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) – को अपने portfolio में शामिल करने की तैयारी में है! हालांकि, इस संबंध में CNBC-TV18 द्वारा NSE से पूछे गए सवालों का जवाब अभी तक नहीं आया है, लेकिन बाजार में यह खबर तेजी से फैल रही है। निफ्टी 50 इंडेक्स में किसी स्टॉक के शामिल होने का मतलब है कि उसे ट्रैक करने वाली म्यूचुअल फंड स्कीमें, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) और अन्य निवेश उत्पाद उन शेयरों में अपना पैसा लगाएंगे, जिससे इन स्टॉक्स में मजबूत निवेश प्रवाह आने की उम्मीद है। निफ्टी इंडेक्स में एंट्री के पैमाने क्या हैं? निफ्टी 50 इंडेक्स एनएसई पर लिस्टेड सबसे बड़ी 50 कंपनियों ...

आदित्य बिड़ला लाइफस्टाइल ब्रांड्स की शेयर बाजार में एंट्री: ₹167 पर लिस्टिंग के बाद 5% का लोअर सर्किट!

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आदित्य बिड़ला लाइफस्टाइल ब्रांड्स की शेयर बाजार में एंट्री: ₹167 पर लिस्टिंग के बाद 5% का लोअर सर्किट! आदित्य बिड़ला ग्रुप की नई इकाई, आदित्य बिड़ला लाइफस्टाइल ब्रांड्स लिमिटेड (ABLBL) के शेयरों ने आज, 23 जून को भारतीय शेयर बाजार में अपनी शुरुआत की। कंपनी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ₹167 प्रति शेयर और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर ₹167.75 प्रति शेयर पर लिस्ट हुए। इसका डिस्कवर्ड प्राइस ₹171 था, जो लिस्टिंग के समय एक मामूली गैप दर्शाता है। इस लिस्टिंग के साथ, कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग ₹21,000 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, पहले दिन का कारोबार निवेशकों के लिए उत्साहजनक नहीं रहा, और स्टॉक 5% की लोअर सर्किट सीमा को छूकर ₹159.40 के भाव पर बंद हुआ। BSE ने जानकारी दी है कि यह स्टॉक 'T ग्रुप ऑफ सिक्योरिटीज' की लिस्ट में रहेगा और शुरुआती 10 कारोबारी दिनों तक 'ट्रेड-फॉर-ट्रेड' सेगमेंट में रहेगा, जिसका अर्थ है कि इसमें केवल डिलीवरी-आधारित ट्रेड ही संभव होंगे, इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं। ABFRL से डीमर्जर के बाद हुई लिस्टिंग: यह लिस्टिंग आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटे...

Ola Electric के शेयरों में तेज गिरावट: ₹107 करोड़ की ब्लॉक डील से 6% लुढ़का स्टॉक, ₹44 के नीचे आया भाव!

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Ola Electric के शेयरों में तेज गिरावट: ₹107 करोड़ की ब्लॉक डील से 6% लुढ़का स्टॉक, ₹44 के नीचे आया भाव! ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) के शेयरों में आज, 23 जून को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। कंपनी के शेयरों का भाव शुरुआती कारोबार में 6% तक टूटकर ₹44 के नीचे आ गया। इस गिरावट के पीछे कंपनी के शेयरों में हुई एक बड़ी ब्लॉक डील है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, इस ब्लॉक डील में कंपनी के 2.41 करोड़ शेयर खरीदे और बेचे गए, जो कंपनी की कुल 0.55% हिस्सेदारी के बराबर है। इस सौदे की कुल वैल्यू करीब ₹107 करोड़ रही। सुबह 10:50 बजे के करीब, ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 4.5% की गिरावट के साथ ₹43.99 के भाव पर कारोबार कर रहे थे। कारोबार के दौरान एक समय इसका भाव ₹43.16 तक गिर गया था, जो अब इसका नया 52-वीक लो है। इस साल अब तक कंपनी के शेयरों में करीब 49% की गिरावट आ चुकी है, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। हुंडई मोटर इंडिया ने इसी महीने घटाई थी हिस्सेदारी: इसी महीने की शुरुआत में, हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) ने भी ओला इलेक्ट्रिक में अपनी 3.23% हिस्सेद...

IPO का 'महा-सप्ताह': अगले हफ्ते 12 कंपनियां करेंगी धमाका, HDB Financial का ₹12,500 करोड़ का IPO भी! आपकी रणनीति क्या हो?

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IPO का 'महा-सप्ताह': अगले हफ्ते 12 कंपनियां करेंगी धमाका, HDB Financial का ₹12,500 करोड़ का IPO भी! आपकी रणनीति क्या हो?

ज़िरोधा के नितिन कामत का 'ब्रोकरेज इनसाइट': इंडस्ट्री का 'कड़वा सच' और सबसे बड़ा जोखिम क्या है?

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ज़िरोधा के नितिन कामत का 'ब्रोकरेज इनसाइट': इंडस्ट्री का 'कड़वा सच' और सबसे बड़ा जोखिम क्या है? आमतौर पर यह धारणा है कि ब्रोकरेज इंडस्ट्री मुनाफे का एक अथाह समंदर है, जहाँ ब्रोकिंग कंपनियाँ जमकर कमाई करती हैं। लेकिन, देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में से एक, ज़िरोधा (Zerodha) के फाउंडर और सीईओ नितिन कामत ने इस इंडस्ट्री का एक 'कड़वा सच' और उससे जुड़े बड़े जोखिमों का खुलासा किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर एक विस्तृत पोस्ट के माध्यम से ब्रोकिंग बिजनेस के ऐसे पहलुओं पर प्रकाश डाला है, जिनके बारे में इस इंडस्ट्री के बाहर के लोग शायद ही जानते होंगे। कंसंट्रेशन रिस्क: ब्रोकिंग इंडस्ट्री का सबसे बड़ा खतरा नितिन कामत ने 'ज़रूरत से ज़्यादा कंसंट्रेशन' (Concentration Risk) को ब्रोकिंग इंडस्ट्री के लिए सबसे बड़ा जोखिम बताया है। किसी भी बिजनेस में कंसंट्रेशन रिस्क तब पैदा होता है जब कंपनी का रेवेन्यू या आय का एक बड़ा हिस्सा कुछ ही गिने-चुने ग्राहकों से आता है। ऐसे में, यदि किसी कारणवश इन प्रमुख ग्राहकों से आने वाले बिजनेस पर नकारात्मक असर पड़त...