कर्नाटक बैंक के शेयरों में भारी गिरावट: CEO और ED के इस्तीफे से ₹200 से नीचे लुढ़का भाव, जानिए क्या है 'असली' वजह!
कर्नाटक बैंक के शेयरों में भारी गिरावट: CEO और ED के इस्तीफे से ₹200 से नीचे लुढ़का भाव, जानिए क्या है 'असली' वजह!
आज, 30 जून को कर्नाटक बैंक के शेयरधारकों के लिए बुरी खबर आई, जब कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में 8% तक लुढ़ककर ₹190 पर पहुंच गए। इस तेज गिरावट की वजह बैंक के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) कृष्णन हरि हारा शर्मा और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (ED) शेखर राव का अपने पदों से इस्तीफा देना है। निजी क्षेत्र के इस बैंक ने 29 जून को स्टॉक एक्सचेंजों को भेजी एक सूचना में बताया कि CEO श्रीकृष्णन हरि हारा सरमा का इस्तीफा 15 जुलाई से और शेखर राव का इस्तीफा 31 जुलाई से प्रभावी होगा।
'व्यक्तिगत कारण' या बोर्ड के साथ मतभेद?
बैंक ने अपने आधिकारिक बयान में इन दोनों शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे के पीछे "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला दिया है। हालांकि, मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक के बोर्ड और इन दोनों शीर्ष अधिकारियों के बीच एक विशेष खर्च को लेकर मतभेद ही इसकी मुख्य वजह मानी जा रही है।
यह मतभेद मई 2025 में सामने आया, जब बैंक के स्टैचुटरी ऑडिटरों ने अपनी रिपोर्ट में एक कंसल्टेंट को हायर करने और अन्य उद्देश्यों के लिए किए गए ₹1.53 करोड़ के एक खर्च पर गंभीर टिप्पणियां कीं। ऑडिटरों का कहना था कि यह खर्च बैंक के होल-टाइम डायरेक्टरों के अधिकार क्षेत्र से बाहर था और इसके लिए बोर्ड की ओर से कोई मंजूरी नहीं ली गई थी।
ऑडिटरों ने स्पष्ट रूप से कहा कि "इसके चलते यह राशि, संबंधित निदेशकों से वसूली योग्य है।" ऑडिट में यह भी पाया गया कि ये खर्च तकनीकी सुधार और क्रेडिट वर्टिकल में बदलाव के लिए किए गए थे। इस टिप्पणी के बाद मामला नियामक के संज्ञान में भी आया। हालांकि, इस मामले से वाकिफ एक सूत्र ने बताया कि ऑडिटरों की टिप्पणियों के बाद सभी जरूरी कदम उठा लिए गए हैं और नियामक को भी इस कार्रवाई की जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा, "जो कुछ भी किया जाना था, वह किया गया है," और नियामक भी इसमें शामिल लोगों की ओर से लिए गए एक्शन से अवगत है।
नेतृत्व में बड़ा खालीपन:
श्रीकृष्णन हरि हारा शर्मा को मई 2023 में कर्नाटक बैंक का CEO नियुक्त किया गया था। वह बैंक के पहले बाहरी CEO थे और उन्हें तीन साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया था। शर्मा को बैंकिंग सेक्टर में 40 सालों का अनुभव है और उनकी नियुक्ति को बैंक के डिजिटल और क्रेडिट ट्रांसफॉर्मेशन का अहम हिस्सा माना जा रहा था।
अब इन दोनों शीर्ष अधिकारियों के इस्तीफे से बैंक के नेतृत्व में एक बड़ा खालीपन पैदा हो गया है और निवेशकों में चिंता का माहौल है। बाजार में यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह अचानक हुआ नेतृत्व परिवर्तन बैंक की भविष्य की रणनीतियों और प्रदर्शन को प्रभावित करेगा।
सुबह 11 बजे के करीब, कर्नाटक बैंक के शेयर एनएसई पर 5.96 फीसदी की गिरावट के साथ ₹195.28 के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अब तक बैंक के शेयरों में करीब 8 फीसदी की गिरावट आई है। निवेशकों की निगाहें अब बैंक द्वारा नए नेतृत्व की नियुक्ति और इस घटनाक्रम पर आगे की प्रतिक्रिया पर टिकी होंगी।
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