सरकारी कंपनियों की सब्सिडियरीज होंगी लिस्ट: SBI की कंपनियों में निवेशकों की 'खास' दिलचस्पी, ₹96,700 करोड़ की वैल्यूएशन पर नजर!

सरकारी कंपनियों की सब्सिडियरीज होंगी लिस्ट: SBI की कंपनियों में निवेशकों की 'खास' दिलचस्पी, ₹96,700 करोड़ की वैल्यूएशन पर नजर!



भारतीय शेयर बाजार में जल्द ही सरकारी कंपनियों की सब्सिडियरीज की धूम देखने को मिल सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने 15 सरकारी कंपनियों की सब्सिडियरीज और जॉइंट वेंचर्स को मीडियम से लॉन्ग टर्म में IPO लाने या रणनीतिक हिस्सेदारी बेचने की संभावनाओं पर विचार करने को कहा है। मौजूदा मजबूत बाजार सेंटीमेंट और अच्छी आर्थिक सेहत को देखते हुए, यह सरकारी कंपनियों की लिस्टिंग के लिए एक अनुकूल समय माना जा रहा है। हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि सरकारी बैंकों की बात करें तो, निवेशकों की दिलचस्पी कुछ चुनिंदा बैंकों की सब्सिडियरीज में ही सबसे ज्यादा होगी, और इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) सबसे आगे है।

SBI की सब्सिडियरीज क्यों हैं 'मार्केट लीडर'?

मुंबई के एक इन्वेस्टमेंट बैंकर ने मनीकंट्रोल से कहा, "हर सब्सिडियरी आईपीओ के लिहाज से आकर्षक नहीं है। ज्यादातर में मार्केट-फेसिंग स्केल नहीं हैं, कुछ खास तरह की कैटेगरी में ऑपरेट करती हैं, और कुछ के जॉइंट वेंचर्स स्ट्रक्चर काफी जटिल हैं। ऐसे में, ज्यादा संभावना SBI की सब्सिडियरीज में दिखती है।"

SBI की कई ऐसी सब्सिडियरीज हैं जो अपने सेक्टर में मार्केट लीडर हैं और लगातार मुनाफा कमा रही हैं। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

SBI Mutual Fund: देश की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) है। जून 2025 में इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) ₹11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा था। विश्लेषकों का मानना है कि एसबीआई म्यूचुअल फंड की वैल्यू ₹96,700 करोड़ हो सकती है, जो इसे आईपीओ के लिए बेहद आकर्षक बनाता है।


SBI Life: भारतीय जीवन बीमा क्षेत्र में एक मजबूत खिलाड़ी।


SBI General Insurance: पिछले साल इस कंपनी ने ₹509 करोड़ का मुनाफा कमाया था।


SBI Payment Services: merchant banking में इसकी दमदार पोजीशन है। हालांकि, इसमें हिस्सेदारी बेचने से पहले हिताची की 26% हिस्सेदारी के मामले का समाधान करना होगा।


अन्य कंपनियों में भी निवेशकों की हो सकती है दिलचस्पी

ट्रेडजिनी के सीओओ त्रिवेश डी का कहना है कि SBI की कुछ Subsidiaries भले ही एक दशक से ज्यादा समय से व्यापार में हैं, लेकिन उनका स्केल संभावनाओं के मुकाबले कम है। हालांकि, SBI के अलावा, कुछ और कंपनियां हैं जिनमें निवेशकों की अच्छी दिलचस्पी हो सकती है। इनमें IndiaFirst Life, Canara Robeco AMC, Baroda BNP Paribas AMC और Union KBC AMC शामिल हैं। इन कंपनियों के IPO में निवेशकों की अच्छी दिलचस्पी होने की बड़ी वजह इनके मजबूत fundamentals हैं।


SBI के शेयर: नकारात्मक रिटर्न के बावजूद आगे तेजी की उम्मीद

3 जुलाई को SBI के शेयरों में थोड़ी कमजोरी दिखी और शेयर 0.31% गिरकर ₹810 पर चल रहा था। हालाँकि, बीते एक साल में SBI के शेयरों ने नकारात्मक रिटर्न दिया है। लेकिन, विश्लेषकों का मानना है कि SBI की सहायक कंपनियों की लिस्टिंग की संभावनाओं और बैंक के मजबूत बुनियादी सिद्धांतों के चलते, SBI के शेयरों में आगे अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार की यह रणनीति भारतीय शेयर बाजार में कितनी नई ऊर्जा लाती है।

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