Inox Clean Energy IPO: 'गुपचुप' तरीके से SEBI में ड्राफ्ट जमा, ₹6,000 करोड़ जुटाकर क्लीन एनर्जी सेक्टर का सबसे बड़ा IPO बनने की तैयारी!

Inox Clean Energy IPO: 'गुपचुप' तरीके से SEBI में ड्राफ्ट जमा, ₹6,000 करोड़ जुटाकर क्लीन एनर्जी सेक्टर का सबसे बड़ा IPO बनने की तैयारी!

भारत के clean energy sector में एक बड़ा खिलाड़ी, Inox Clean Energy, शेयर बाजार में एंट्री करने के लिए कमर कस रही है। solar modules और सेल बनाने वाली इस कंपनी ने कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के पास 'कॉन्फिडेंशियल रूट' से अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा कर दिया है। कंपनी का लक्ष्य इस इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में नए शेयर जारी कर कम से कम ₹6,000 करोड़ जुटाना है, और इसकी नजर लगभग ₹50,000 करोड़ के वैल्यूएशन पर है।


अगर यह आईपीओ सफल होता है, तो यह क्लीन एनर्जी और Renewable Sector में अब तक का सबसे बड़ा भारतीय आईपीओ बन सकता है। इससे पहले, जून 2025 में जुनिपर ग्रीन ₹3,000 करोड़ का और अक्टूबर 2024 में वारी एनर्जीज ₹4,300 करोड़ का IPO लाई थीं।


INOXGFL ग्रुप की पांचवीं लिस्टिंग!

आइनॉक्स क्लीन एनर्जी, प्रतिष्ठित INOXGFL ग्रुप की एक कंपनी है। यदि यह लिस्टिंग प्लान आगे बढ़ता है, तो यह इस समूह से शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली पाँचवीं कंपनी होगी। समूह की पहले से लिस्टेड 4 कंपनियाँ हैं: गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स (Gujarat Fluorochemicals), INOX विंड (INOX Wind), INOX ग्रीन एनर्जी सर्विसेज (INOX Green Energy Services) और INOX विंड एनर्जी (INOX Wind Energy)।


आइनॉक्स क्लीन एनर्जी को साल 2017 में इनकॉरपोरेट किया गया था। यह कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स डेवलप करती है, और अपनी दो सहायक कंपनियों- INOX NEO Energies और Inox Solar के माध्यम से सोलर सेल और मॉड्यूल का निर्माण भी करती है।


आइनॉक्स क्लीन एनर्जी के आईपीओ के लिए जेएम फाइनेंशियल (JM Financial), मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal), नुवामा (Nuvama), IIFL सिक्योरिटीज (IIFL Securities) और आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज (ICICI Securities) प्रमुख बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।


'कॉन्फिडेंशियल फाइलिंग' का मतलब

जैसा कि हाल के दिनों में कई स्टार्टअप्स ने किया है, आइनॉक्स क्लीन एनर्जी ने भी अपने संभावित आईपीओ के लिए गोपनीय फाइलिंग (Confidential Filing) का विकल्प चुना है। इसका मतलब है कि कंपनी अपने DRHP को सार्वजनिक रूप से शेयर बाजार या आम निवेशकों के सामने लाए बिना सीधे मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास गुप्त रूप से जमा करती है। SEBI ने साल 2022 में इस सुविधा को लॉन्च किया था।


यह तरीका कंपनी को शुरुआत में बाजार की स्थितियों का आकलन करने और संवेदनशील जानकारी को प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से छिपाए रखने का मौका देता है। अगर बाजार की स्थिति ठीक नहीं हो, तो कंपनी IPO को रोक या टाल सकती है और उसकी कोई जानकारी भी लीक नहीं होती है। बाद में जब कंपनी IPO लाने का फैसला करती है, तब यह डॉक्यूमेंट पब्लिक डोमेन में जारी किया जाता है।


यह कदम भारत के तेजी से बढ़ते रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाता है और क्लीन एनर्जी के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है।

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