फॉरेन इनवेस्टर्स की बिकवाली के बीच DII ने संभाला बाजार: 2025 में अब तक ₹4 लाख करोड़ का बंपर निवेश!

फॉरेन इनवेस्टर्स की बिकवाली के बीच DII ने संभाला बाजार: 2025 में अब तक ₹4 लाख करोड़ का बंपर निवेश!



भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली के बावजूद, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने बाजार को जबरदस्त सहारा दिया है। इस साल (2025) के पहले सात महीनों में, DIIs ने शेयरों में ₹4 लाख करोड़ से अधिक का रिकॉर्ड तोड़ निवेश किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में घरेलू निवेशकों का यह रुझान और रफ्तार पकड़ेगा, खासकर रिटेल निवेशकों द्वारा म्यूचुअल फंड्स में SIP के जरिए हो रहे मजबूत निवेश को देखते हुए। साथ ही, इंश्योरेंस कंपनियों और पेंशन फंडों का निवेश भी जारी रहने की उम्मीद है।

2007 के बाद DII का दूसरा सबसे बड़ा निवेश वर्ष

2025 में अब तक का यह निवेश 2007 के बाद DII द्वारा किया गया दूसरा सबसे बड़ा निवेश है। पिछले साल, 2024 में DII ने ₹5.23 लाख करोड़ का रिकॉर्ड निवेश किया था, जो 2023 के ₹1.82 लाख करोड़ और 2022 के ₹2.76 लाख करोड़ के निवेश से कहीं अधिक था।


इस साल के निवेश को देखें तो:

म्यूचुअल फंड्स: ₹3 लाख करोड़ से अधिक का निवेश।

इंश्योरेंस सेक्टर: ₹48,000 करोड़ का निवेश।

पेंशन फंड्स: ₹21,500 करोड़ का निवेश।


तिमाही रुझान: मार्च-अप्रैल में सुस्ती, मई से फिर रफ्तार

हालांकि इस साल मार्च और अप्रैल में DII के निवेश में थोड़ी सुस्ती देखी गई, लेकिन मई से यह फिर से रफ्तार पकड़ चुका है।


मई: ₹66,000 करोड़ का निवेश।

जून: ₹72,600 करोड़ का निवेश।

जुलाई (अब तक): ₹52,700 करोड़ का निवेश।


विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश में इस तेजी के कई कारण हैं, जिनमें ब्लॉक डील से जुड़ी गतिविधियों में बढ़ोतरी और मेनबोर्ड व SME दोनों प्लेटफॉर्म पर कई कंपनियों की नई लिस्टिंग शामिल है।

अस्थिर बाजार में DII बने 'बाजार के रक्षक'

DII ने ऐसे समय में घरेलू बाजार में जमकर निवेश किया है, जब स्टॉक मार्केट्स में सेंटिमेंट काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। कंपनियों की अर्निंग्स ग्रोथ भी बहुत अच्छी नहीं रही है, और सबसे बड़ी बात, विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं। भारतीय बाजारों के ऊंचे मूल्यांकन को लेकर भी चिंताएं जताई जा रही हैं। 2025 में अब तक फॉरेन इनवेस्टर्स भारतीय बाजारों से ₹86,500 करोड़ से ज्यादा की बिकवाली कर चुके हैं।


कमजोर रिटर्न के बावजूद DII का भरोसा

इस साल बाजार का रिटर्न भी कमजोर रहा है। अब तक सेंसेक्स और निफ्टी ने केवल 4-5 फीसदी का रिटर्न दिया है। BSE मिडकैप सूचकांक 1 फीसदी गिरा है, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक में 2.5 फीसदी की गिरावट आई है।

स्वतंत्र मार्केट एनालिस्ट अजय बग्गा ने कहा कि DII का निवेश बढ़ना बाजार के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। उन्होंने कहा कि रिटेल निवेशकों ने अभी बाजार में निवेश करना शुरू किया है, और आने वाले समय में उनका निवेश और जोर पकड़ेगा। बग्गा ने जोर देकर कहा कि अगर DII ने इतना अच्छा निवेश नहीं किया होता, तो विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार में एक बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती थी। DII ने वाकई बाजार को बड़ा सहारा दिया है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

IPO से पहले Lenskart को 'सुपर-विजन': फिडेलिटी ने $6.1 अरब पर आंका वैल्यूएशन, क्या है खास?

तिलकनगर इंडस्ट्रीज का शेयर 8% उछला: कल बोर्ड मीटिंग में फंड जुटाने पर विचार, सबकी निगाहें 'इंपीरियल ब्लू' डील पर!

HDB फाइनेंशियल IPO का बिग-बैंग: ₹12,500 करोड़ का issue 25 जून को खुलेगा, पर listed प्रतिस्पर्धियों से इस मोर्चे पर दिख रही 'कमजोर सेहत'!