10 टॉप सरकारी बैंकों के CEO की कुल सैलरी भी HDFC बैंक के मुखिया से आधी! FY25 में कौन रहा सबसे आगे?

10 टॉप सरकारी बैंकों के CEO की कुल सैलरी भी HDFC बैंक के मुखिया से आधी! FY25 में कौन रहा सबसे आगे?


वित्त वर्ष 2025 में भारतीय बैंकिंग सेक्टर की सैलरी रिपोर्ट सामने आई है, और यह काफी चौंकाने वाली है। मनीकंट्रोल द्वारा प्राइवेट बैंकों की सालाना रिपोर्ट के विश्लेषण से पता चला है कि निजी बैंकों के प्रमुखों की सैलरी में सालाना आधार पर 4-12% का इजाफा हुआ है। इस दौरान, HDFC बैंक के सीईओ को सबसे बड़ा हाइक मिला, जबकि कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ को सबसे अधिक सैलरी पैकेज मिला। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि देश के 10 सबसे बड़े सरकारी बैंकों के प्रमुखों की कुल सैलरी भी HDFC बैंक के सीईओ के पैकेज से आधे से भी कम रही!


प्राइवेट बैंकों के CEO की सैलरी में उछाल

HDFC बैंक के सीईओ शशिधर जगदीशन की सैलरी वित्त वर्ष 2025 में 11.96% बढ़कर ₹12.08 करोड़ पर पहुँच गई। इसमें उन्हें ESOP (एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान) के तहत दिए गए 2,12,052 शेयर शामिल नहीं हैं।


वहीं, कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ अशोक वासवानी को वित्त वर्ष 2025 में ₹12.95 करोड़ का सबसे बड़ा पैकेज मिला। उन्हें 1 जनवरी 2024 को बैंक का प्रमुख बनाया गया था, और जनवरी-मार्च 2024 तिमाही में उन्हें ₹1.62 करोड़ की सैलरी मिली थी। इससे पहले, कोटक महिंद्रा के प्रमोटर और पूर्व CMD उदय कोटक को वित्त वर्ष 2023 में ₹1 की टोकन सैलरी मिली थी।


अन्य प्रमुख निजी बैंकों के CEO की सैलरी पर भी एक नजर:


एक्सिस बैंक के सीईओ अमिताभ चौधरी: सैलरी 0.2% बढ़कर ₹9.11 करोड़। ESOPs: 2,59,429 स्टॉक ऑप्शंस (FY24 में 3,13,300)।


IDFC फर्स्ट बैंक के सीईओ वी वैद्यनाथन: सैलरी 4.53% बढ़कर ₹5.55 करोड़। ESOPs: 24,20,626 स्टॉक ऑप्शंस (FY24 में 30,59,514)।


ICICI बैंक और यस बैंक ने अभी वित्त वर्ष 2025 की अपनी सालाना रिपोर्ट जारी नहीं की है।


सरकारी बैंकों के CEO की स्थिति

निजी बैंकों के मुकाबले सरकारी बैंकों के प्रमुखों की सैलरी का अंतर काफी बड़ा है। वित्त वर्ष 2025 में देश के 10 सबसे बड़े सरकारी बैंकों (बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र) के CEO की कुल सैलरी मिलाकर ₹5.13 करोड़ रही, जो वित्त वर्ष 2024 में ₹4.46 करोड़ थी। यह आंकड़ा HDFC बैंक के अकेले CEO की सैलरी से दोगुने से भी अधिक कम है।


इन 10 सबसे बड़े सरकारी बैंकों के प्रमुखों की व्यक्तिगत सैलरी वित्त वर्ष 2025 में ₹42 लाख से ₹81 लाख के बीच थी।


बैंक ऑफ बड़ौदा के MD और CEO देबदत्त चंद: ₹74 लाख (FY24 में ₹58.70 लाख)।


इंडियन ओवरसीज बैंक के MD और CEO अजय कुमार श्रीवास्तव: ₹64.40 लाख (FY24 में ₹40.80 लाख)।


एसबीआई के चेयरमैन चल्ला श्रीनिवासुलु शेट्टी: ₹39.31 लाख (FY24 में ₹63.87 लाख)।


यह वेतन अंतर भारतीय बैंकिंग सेक्टर में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बीच सैलरी स्ट्रक्चर में एक बड़ी विषमता को दर्शाता है।

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