Yes Bank में RBI का 'अस्थायी' आशीर्वाद: MD & CEO प्रशांत कुमार का कार्यकाल 6 महीने बढ़ा, शेयर पर क्या होगा असर?

Yes Bank में RBI का 'अस्थायी' आशीर्वाद: MD & CEO प्रशांत कुमार का कार्यकाल 6 महीने बढ़ा, शेयर पर क्या होगा असर?

निजी क्षेत्र के बैंक यस बैंक (Yes Bank) के निवेशकों के लिए एक बड़ी खबर आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक के मौजूदा प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) प्रशांत कुमार के कार्यकाल विस्तार को मंजूरी दे दी है। अब वह 6 अक्टूबर, 2025 से शुरू होकर अगले छह महीने तक अपने पद पर बने रहेंगे। हालांकि, यह कार्यकाल स्थायी नहीं है; यदि उससे पहले नए एमडी और सीईओ की नियुक्ति हो जाती है, तो उनका कार्यभार समाप्त हो जाएगा। बैंक ने इस जानकारी को एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से सार्वजनिक किया है, जिसका असर आज बैंक के शेयरों पर दिख सकता है। एक कारोबारी दिन पहले, यह स्टॉक करीब डेढ़ फीसदी की गिरावट के साथ बीएसई पर बंद हुआ था।

यह फैसला ऐसे समय में आया है जब यस बैंक अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और भविष्य की रणनीति तय करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।


कौन हैं प्रशांत कुमार? संकटमोचक से लेकर कार्यकाल विस्तार तक

प्रशांत कुमार बैंकिंग जगत के एक अनुभवी व्यक्ति हैं। यस बैंक में आने से पहले, उन्होंने देश के सबसे बड़े बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में डिप्टी एमडी और सीएफओ जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।

वर्ष 2020 में, जब यस बैंक तरलता (liquidity) के गंभीर संकट से जूझ रहा था और बैंकों के एक कंसोर्टियम (जिसका नेतृत्व SBI कर रहा था) ने इसे उबारा था, तब प्रशांत कुमार को यस बैंक का एमडी और सीईओ नियुक्त किया गया था। अक्टूबर 2022 में, RBI ने उनका कार्यकाल तीन साल के लिए बढ़ा दिया था, जिसका मौजूदा कार्यकाल अक्टूबर 2025 में समाप्त हो रहा था।

हाल ही में, यस बैंक तब भी सुर्खियों में था, जब SBI की अगुवाई में इसे उबारने वाले कंसोर्टियम ने अपनी कुछ व्यक्तिगत हिस्सेदारी बेची थी। इस दौरान जापान के सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (Sumitomo Mitsui Banking Corporation) ने 20% हिस्सेदारी खरीदी थी। जिन बैंकों ने अपनी हिस्सेदारी हल्की की थी, उनमें SBI, HDFC बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक और बंधन बैंक शामिल थे।


शेयरों की चाल: उतार-चढ़ाव भरा रहा एक साल

यस बैंक के शेयर पिछले एक साल में काफी उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं:

  • रिकॉर्ड हाई: 8 जुलाई 2024 को बीएसई पर ₹27.41 पर था, जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है।
  • रिकॉर्ड लो: इस हाई लेवल से सिर्फ आठ महीने में यह 41.55% फिसलकर 12 मार्च 2024 को ₹16.02 के भाव पर आ गया, जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
  • मौजूदा स्थिति: एक कारोबारी दिन पहले, 13 जून को यह 1.45% की गिरावट के साथ ₹20.42 पर बंद हुआ था।

प्रशांत कुमार का कार्यकाल विस्तार एक अल्पकालिक समाधान है, जो बैंक को नए नेतृत्व की तलाश के लिए पर्याप्त समय देगा। निवेशकों की निगाहें अब बैंक की अगली रणनीतिक घोषणाओं और नए एमडी व सीईओ की नियुक्ति पर टिकी रहेंगी, क्योंकि ये घटनाक्रम भविष्य में यस बैंक के शेयरों में और अधिक उठा-पटक ला सकते हैं।


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