Hyundai Motor India के शेयरों में 'स्पीड गियर': तालेगांव प्लांट में उत्पादन शुरू होते ही स्टॉक ने पकड़ी रफ्तार!
Hyundai Motor India के शेयरों में 'स्पीड गियर': तालेगांव प्लांट में उत्पादन शुरू होते ही स्टॉक ने पकड़ी रफ्तार!
ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी हुंडई मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) के शेयरों ने आज बाजार में एक नया उत्साह दिखाया है। कंपनी ने महाराष्ट्र के तालेगांव प्लांट में यात्री वाहनों के इंजन का उत्पादन शुरू करने की घोषणा की, जिसका निवेशकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। बिकवाली के माहौल के बावजूद, हुंडई मोटर इंडिया के शेयर इंट्रा-डे में बीएसई पर 1.67% उछलकर ₹1970.50 पर पहुंच गए। हालांकि बाद में मुनाफावसूली के कारण भाव में थोड़ी नरमी आई और यह 0.56% की बढ़त के साथ ₹1948.90 पर बंद हुआ।
कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि पुणे जिले की मावल तहसील में एमआईडीसी के फेज-2 एक्सपेंशन एरिया में स्थित तालेगांव फैसिलिटी में 16 जून से उत्पादन शुरू हो गया है। फिलहाल, इस प्लांट में केवल इंजन का निर्माण किया जा रहा है, और पूर्ण वाहन उत्पादन थोड़े समय बाद शुरू होगा, जिसकी जानकारी कंपनी जल्द ही देगी।
रणनीतिक विस्तार: बढ़ती मांग को पूरा करने की तैयारी
हुंडई मोटर इंडिया ने इस फैसिलिटी को वर्ष 2023 में जनरल मोटर्स से खरीदा था। इस अधिग्रहण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है, ताकि कंपनी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों में बढ़ती मांगों को प्रभावी ढंग से पूरा कर सके। यह कदम कंपनी की विकास रणनीति का एक अहम हिस्सा है।
ब्रोकरेज फर्म UBS का 'बुलिश' आउटलुक:
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म UBS ने हाल ही में हुंडई मोटर इंडिया की 'खरीदारी' रेटिंग के साथ कवरेज शुरू की है, और ₹2350 का उच्चतम टारगेट प्राइस निर्धारित किया है। UBS का मानना है कि हुंडई का यह क्षमता विस्तार भारत में उसकी रणनीति में एक बड़े बदलाव को दर्शाता है। फर्म का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 तक, दक्षिण कोरियाई हुंडई मोटर कंपनी की भारतीय सब्सिडरी हुंडई मोटर इंडिया, वॉल्यूम के हिसाब से भारत की दूसरी सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता बन जाएगी।
UBS के अनुमानों के अनुसार:
घरेलू बिक्री: वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2028 के बीच हुंडई मोटर इंडिया की घरेलू बिक्री में 10% की बढ़ोतरी होगी, जबकि वित्त वर्ष 2019 और वित्त वर्ष 2025 के बीच यह बढ़ोतरी सिर्फ 2% थी।
डीलरशिप नेटवर्क: कंपनी अपने डीलरशिप नेटवर्क को भी बढ़ाने की उम्मीद कर रही है, जिससे उसकी बाजार पहुंच और मजबूत होगी।
निर्यात वृद्धि: वित्त वर्ष 2026 और वित्त वर्ष 2028 के बीच इसकी निर्यात वृद्धि 11% रहने का अनुमान है, जबकि वित्त वर्ष 2019 और वित्त वर्ष 2025 के बीच यह लगभग सपाट था। यह भारत को हुंडई के लिए एक अहम वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बना देगा।
ऑपरेटिंग प्रॉफिट: UBS ने वित्त वर्ष 2026-2028 के बीच सालाना 16% की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से ऑपरेटिंग प्रॉफिट के बढ़ने का भी अनुमान लगाया है।
शेयरों की चाल: लिस्टिंग के बाद नई ऊंचाइयों की ओर
हुंडई मोटर इंडिया के शेयर पिछले साल 22 अक्टूबर 2024 को ₹1960 पर लिस्ट हुए थे। इस साल 7 अप्रैल 2025 को यह ₹1542.95 पर था, जो इसके लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। हालांकि, इस निचले स्तर से दो महीने में यह 28.75% उछलकर कुछ दिनों पहले 9 जून 2025 को ₹1986.60 पर पहुंच गया था, जो इसके शेयरों के लिए रिकॉर्ड ऊंचा स्तर है।
तालेगांव प्लांट में उत्पादन की शुरुआत और ब्रोकरेज फर्मों के सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ, हुंडई मोटर इंडिया भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अपनी पकड़ और मजबूत करने के लिए तैयार दिख रही है।
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