ESAF SFB का बड़ा दांव: ₹735 करोड़ का बैड लोन बेचेगा बैंक, शेयरों में 11% का उछाल!

ESAF SFB का बड़ा दांव: ₹735 करोड़ का बैड लोन बेचेगा बैंक, शेयरों में 11% का उछाल!


ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक (ESAF Small Finance Bank) के शेयरों में आज, 19 जून को जोरदार तेजी देखने को मिली। बैंक के शेयरों का भाव 11 प्रतिशत चढ़कर ₹34 के स्तर पर पहुंच गया। यह उछाल बैंक के बोर्ड द्वारा लिए गए एक महत्वपूर्ण फैसले के बाद आया है: बैंक ने ₹735.18 करोड़ के बैड लोन (NPA) और तकनीकी रूप से राइट-ऑफ किए गए लोन को एक एसेट Reconstruction Company (ARC) को बेचने की मंजूरी दे दी है।

बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी जानकारी में बताया कि इस लोन पूल में ₹362.43 करोड़ के नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) और ₹372.75 करोड़ के तकनीकी रूप से राइट-ऑफ किए गए अकाउंट्स शामिल हैं। एक राहत भरी बात यह है कि इस पूरी लोन राशि पर Bank पहले ही 90.15% का प्रोविजन (प्रावधान) बना चुका है, जिससे बिक्री के बाद बैंक के बही-खाते पर इसका नकारात्मक प्रभाव कम से कम होगा।

बैंक के बोर्ड ने इस डील को पूरा करने के लिए एसेट सेल कमेटी ऑफ Executives को सभी जरूरी कार्रवाई करने की अनुमति दे दी है। हालांकि, ये लोन किस ARC को बेचे जाएंगे और डील की बाकी शर्तें क्या होंगी, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है।


मारुति सुजुकी के साथ नई साझेदारी:

इस बड़ी खबर के अलावा, इस हफ्ते की शुरुआत में मारुति सुजुकी इंडिया ने ESAF स्मॉल फाइनेंस बैंक के साथ एक महत्वपूर्ण करार करने की घोषणा की थी। इस साझेदारी के तहत, दोनों कंपनियां मिलकर नई कार, पुरानी कार और कमर्शियल व्हीकल्स के लिए रिटेल फाइनेंसिंग सॉल्यूशन उपलब्ध कराएंगी।

दोनों कंपनियों ने इसके लिए एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) पर साइन किए हैं। मारुति सुजुकी ने कहा कि इस साझेदारी से विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों में वाहन स्वामित्व का दायरा बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही, पहली बार कार खरीदने वालों को आसान और लचीले लोन के विकल्प भी उपलब्ध होंगे। यह साझेदारी ESAF SFB के लिए अपने ग्राहक आधार और लोन पोर्टफोलियो को बढ़ाने का एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करती है।


वित्तीय नतीजे: घाटे से उबरने की चुनौती

बैंक के हालिया वित्तीय नतीजों की बात करें तो, मार्च तिमाही में बैंक का नेट लॉस घटकर ₹183 करोड़ रह गया, जो इससे पहले दिसंबर तिमाही में ₹210 करोड़ रहा था। हालांकि, एक साल पहले वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में बैंक ने ₹433 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था, जो मौजूदा स्थिति से काफी बेहतर था। मार्च तिमाही में बैंक की कुल आय भी मामूली गिरावट के साथ ₹103 करोड़ रही, जो इससे पहले दिसंबर तिमाही में ₹106 करोड़ थी।

NPA की बिक्री का यह कदम बैंक की बैलेंसशीट को साफ करने और भविष्य में बेहतर वित्तीय प्रदर्शन की नींव रखने में मदद कर सकता है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

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