ABFRL को Flipkart की 'ब्लॉक डील' का झटका: शेयर 11% टूटकर एक साल के निचले स्तर पर, जानिए क्यों हुआ ऐसा?
ABFRL को Flipkart की 'ब्लॉक डील' का झटका: शेयर 11% टूटकर एक साल के निचले स्तर पर, जानिए क्यों हुआ ऐसा?
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल (ABFRL) के शेयरों में बुधवार, 4 जून को जोरदार गिरावट देखने को मिली। प्री-ओपन ब्लॉक डील विंडो में करीब 20 लाख शेयरों के बड़े लेन-देन ने कंपनी के स्टॉक को बुरी तरह तोड़ दिया। इंट्रा-डे में यह 11% से अधिक टूटकर ₹76.10 के एक साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया। इस बड़ी गिरावट की मुख्य वजह यह है कि ब्लॉक डील में शेयर बेचने वाली पार्टी वालमार्ट (Walmart) के मालिकाना हक वाली ई-कॉमर्स दिग्गज फ्लिपकार्ट (Flipkart) थी।
फ्लिपकार्ट ने ABFRL में बेची अपनी पूरी हिस्सेदारी
यह ब्लॉक डील किसने खरीदी और किसने बेची, इसका आधिकारिक खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्लिपकार्ट ने आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल में अपनी पूरी 6% हिस्सेदारी बेच दी है। CNBC-TV18 के सूत्रों के अनुसार, फ्लिपकार्ट की योजना ₹600 करोड़ के ब्लॉक डील के जरिए यह हिस्सेदारी बेचने की थी, जिसका फ्लोर प्राइस प्रति शेयर ₹80 तय किया गया था। आज के कारोबार में यह ₹80 के फ्लोर प्राइस से भी नीचे चला गया, जो बिकवाली के दबाव को दर्शाता है।
फिलहाल, इस डील के खरीदारों का नाम सामने नहीं आया है। बाजार में अटकलें हैं कि यह संस्थागत निवेशकों द्वारा खरीदी गई हो सकती है।
ABFRL की कारोबारी सेहत: घाटे में सुधार, लेकिन शेयर पर दबाव
पिछली वित्त वर्ष 2025 की आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) में ABFRL की कारोबारी सेहत में सुधार देखने को मिला था। कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट लॉस सालाना आधार पर ₹266.36 करोड़ से तेजी से घटकर ₹23.55 करोड़ पर आ गया। इस दौरान ऑपरेशनल रेवेन्यू भी 9.16% बढ़कर ₹1,719.48 करोड़ पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग प्रॉफिट में भी लगभग 6 गुना की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई, जो ₹35 करोड़ से बढ़कर ₹205 करोड़ हो गया। इसके परिणामस्वरूप, मार्जिन भी 2.2% से सुधरकर 12% पर पहुंच गया था।
वित्तीय प्रदर्शन में सुधार के बावजूद, ब्लॉक डील की खबर ने शेयरों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है।
शेयरों की चाल: एक साल में 37% से अधिक की गिरावट
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल के शेयरों ने पिछले एक साल में काफी उतार-चढ़ाव देखा है। पिछले साल 27 सितंबर, 2024 को यह ₹121.74 के अपने एक साल के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर था। हालांकि, इस हाई लेवल से आठ महीने से थोड़े अधिक समय में यह 37.49% फिसलकर आज 4 जून, 2025 को ₹76.10 के एक साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया है।
ब्लॉक डील के माध्यम से एक बड़े निवेशक (फ्लिपकार्ट) का बाहर निकलना, अल्पकालिक रूप से शेयरों पर दबाव डाल सकता है। निवेशकों की नजर अब इस बात पर होगी कि कंपनी भविष्य में अपने वित्तीय प्रदर्शन को कैसे बरकरार रखती है और क्या यह अपने नुकसान को कम कर मुनाफे में आ पाती है।
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