IRB इंफ्रा का ₹8,450 करोड़ का मेगा-डील: तीन हाईवे एसेट्स InvIT को ट्रांसफर, ग्रोथ के लिए पूंजी रीसाइकिलिंग!
IRB इंफ्रा का ₹8,450 करोड़ का मेगा-डील: तीन हाईवे एसेट्स InvIT को ट्रांसफर, ग्रोथ के लिए पूंजी रीसाइकिलिंग!
भारत की अग्रणी infrastructure companies में से एक, IRB Infra Developers ने एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम उठाया है। शुक्रवार, 30 मई, 2025 को कंपनी ने घोषणा की कि उसकी सहयोगी कंपनी IRB इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट अपनी तीन प्रमुख BOT (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) हाईवे एसेट्स को पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) IRB InvIT को ट्रांसफर करेगी। यह सौदा लगभग ₹8,450 करोड़ के enterprise value पर हुआ है, जिसकी इक्विटी वैल्यू करीब ₹4,905 करोड़ है।
इस बाइंडिंग टर्म शीट के तहत, IRB हापुड़ मोरादाबाद टोलवे लिमिटेड, कैथल टोलवे लिमिटेड, और किशनगढ़ गुलाबपुरा टोलवे लिमिटेड की 100% इक्विटी का ट्रांसफर होगा। ये तीनों हाईवे एसेट्स कुल 1800 लेन किलोमीटर की लंबाई कवर करते हैं, जो IRB के पोर्टफोलियो के महत्वपूर्ण हिस्से हैं।
जुटाई गई पूंजी का रणनीतिक उपयोग: ₹15,000 करोड़ के नए Projects की फंडिंग
इस सौदे के जरिए जुटाई गई बड़ी पूंजी का इस्तेमाल IRB ग्रुप ₹15,000 करोड़ के नए रोड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की फंडिंग में करेगा। यह कदम IRB ग्रुप कीAsset Churn Strategy का एक अहम हिस्सा है। इस रणनीति के तहत, कंपनी अपने मौजूदा एसेट्स को बेचकर या ट्रांसफर करके पूंजी जुटाती है और उसे नए, उच्च-विकास वाले Projects में पुनर्निवेश करती है, जिससे शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव का फायदा उठाते हुए मुनाफा कमाया जा सके और दीर्घकालिक ग्रोथ सुनिश्चित हो।
IRB ग्रुप का लक्ष्य इस पूंजी रीसाइक्लिंग के माध्यम से अपने एसेट बेस को अगले तीन सालों में ₹80,000 करोड़ से बढ़ाकर ₹1,40,000 करोड़ तक ले जाना है। यह कंपनी की भारतीय सड़क और राजमार्ग क्षेत्र में अपनी अग्रणी स्थिति को मजबूत करने की महत्वाकांक्षा को दर्शाता है।
IRB इंफ्रा के शेयरों का हाल: एक साल में उतार-चढ़ाव भरी चाल
IRB इंफ्रा के shares ने पिछले एक साल में उतार-चढ़ाव भरा प्रदर्शन दिखाया है। 7 जून, 2024 को shares ₹78.05 के अपने एक साल के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर थे। हालांकि, इसके बाद इसमें गिरावट आई और 3 मार्च, 2025 को यह 47.46% फिसलकर ₹41.01 के एक साल के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया।
निचले स्तर पर शेयर संभले और खरीदारी के दम पर करीब 25% रिकवर हुए, लेकिन अब भी यह अपने एक साल के उच्च स्तर से 34% से अधिक नीचे है। यह डील और नए प्रोजेक्ट्स की फंडिंग की खबर निश्चित रूप से निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है और कंपनी के भविष्य के ग्रोथ पाथ को मजबूत कर सकती है।
यह रणनीतिक कदम IRB इंफ्रा को भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में अपनी पकड़ और मजबूत करने में मदद करेगा, जो सरकार के बढ़ते निवेश और कनेक्टिविटी पर फोकस के साथ लगातार विकास कर रहा है।
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