उत्तर प्रदेश की सीमेंट कंपनी कनोडिया का IPO दस्तक देने को तैयार, पब्लिक ऑफर में सिर्फ पुराने शेयर!

उत्तर प्रदेश की सीमेंट कंपनी कनोडिया का IPO दस्तक देने को तैयार, पब्लिक ऑफर में सिर्फ पुराने शेयर!


उत्तर प्रदेश की एक प्रमुख सीमेंट निर्माता कंपनी, कनोडिया सीमेंट (Kanodia Cement), जल्द ही शेयर बाजार में अपनी दस्तक दे सकती है। कंपनी ने अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास अपने मसौदा दस्तावेज (DRHP) दाखिल कर दिए हैं। दिलचस्प बात यह है कि इस पब्लिक ऑफर में कंपनी कोई नए शेयर जारी नहीं करेगी, बल्कि केवल मौजूदा प्रमोटर्स और एक व्यक्तिगत शेयरधारक द्वारा 1.49 करोड़ शेयरों की बिक्री (Offer For Sale - OFS) ही शामिल होगी। इसका मतलब है कि IPO से जुटाया गया सारा पैसा शेयर बेचने वाले निवेशकों की जेब में जाएगा, और कंपनी को इससे कोई नया फंड नहीं मिलेगा।


कनोडिया सीमेंट के इस IPO के लिए आनंद राठी एडवाइजर्स (Anand Rathi Advisors), IIFL कैपिटल सर्विसेज (IIFL Capital Services), और वनव्यू कॉरपोरेट एडवाइजर्स (Oneview Corporate Advisors) बुक-रनिंग लीड मैनेजर के तौर पर काम कर रहे हैं, जो इस इश्यू को बाजार में लाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।


बात करें कंपनी की परिचालन क्षमता की, तो कनोडिया सीमेंट मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार राज्यों में अपने सैटेलाइट ग्राइंडिंग यूनिट्स (SGUs) के नेटवर्क के माध्यम से काम करती है। कंपनी ब्लेंडेड सीमेंट जैसे पोर्टलैंड पॉजोलाना सीमेंट और कंपोजिट सीमेंट के उत्पादन में विशेषज्ञता रखती है, जो लागत प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल सीमेंट विकल्प माने जाते हैं।


कनोडिया सीमेंट का कारोबारी मॉडल दो मुख्य भागों में बंटा हुआ है। एक तरफ कंपनी अन्य सीमेंट ब्रांड्स के लिए बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) आधार पर कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग करती है, वहीं दूसरी तरफ अपने खुद के कंज्यूमर ब्रांड्स (बिजनेस-टू-कंज्यूमर - B2C) के तहत सीमेंट का उत्पादन और विपणन भी करती है। यह दोहरा मॉडल कंपनी को बाजार में एक मजबूत पकड़ बनाने में मदद करता है।


अगर वित्तीय सेहत की बात करें, तो कनोडिया सीमेंट ने अप्रैल से दिसंबर 2024 की अवधि में ₹9.8 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया है, जबकि इस दौरान कंपनी की कुल आय ₹732 करोड़ रही। 31 दिसंबर 2024 तक, कनोडिया सीमेंट 3.54 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) की कुल सीमेंट उत्पादन क्षमता के साथ 5 सैटेलाइट ग्राइंडिंग यूनिट्स का संचालन कर रही थी।


यह देखना दिलचस्प होगा कि बिना किसी नए फंड जुटाए केवल OFS पर आधारित यह IPO निवेशकों की कैसी प्रतिक्रिया हासिल करता है। यह इश्यू मौजूदा शेयरधारकों को अपनी होल्डिंग में कुछ हिस्सेदारी कम करने का अवसर देगा, जबकि नए निवेशकों को उत्तर प्रदेश और बिहार के क्षेत्रीय सीमेंट बाजार में एक हिस्सेदारी खरीदने का मौका मिलेगा। 

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