GIC Re Q4: कैलिफ़ोर्निया की आग से हुआ नुक़सान, फिर भी प्रीमियम ग्रोथ दमदार; ट्रेड वॉर से बेफिक्र!
GIC Re Q4: कैलिफ़ोर्निया की आग से हुआ नुक़सान, फिर भी प्रीमियम ग्रोथ दमदार; ट्रेड वॉर से बेफिक्र!
भारत की प्रमुख पुनर्बीमा कंपनी, General Insurance Corporation of India (GIC Re), ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4 FY25) के लिए अपने वित्तीय नतीजे घोषित कर दिए हैं। कंपनी ने सकल और शुद्ध प्रीमियम दोनों में 19% की मजबूत वृद्धि दर्ज की है, जबकि मुनाफा 17% बढ़कर ₹2,183 करोड़ रहा है। हालांकि, लॉस एंजेलिस में लगी जंगल की आग ने कंपनी के अमेरिकी कारोबार को प्रभावित किया है, लेकिन General Insurance Corporation of India (GIC Re) का मानना है कि वैश्विक ट्रेड वॉर का उसके परिचालन पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
दमदार प्रीमियम ग्रोथ के साथ मुनाफा बढ़ा:
31 मार्च, 2025 को समाप्त हुई तिमाही में, GIC Re का सकल प्रीमियम 19% बढ़कर ₹10,367 करोड़ हो गया, जबकि शुद्ध प्रीमियम 19.2% की वृद्धि के साथ ₹9,421 करोड़ पर पहुंच गया। इसी अवधि में, कंपनी का शुद्ध लाभ 17.4% बढ़कर ₹2,183 करोड़ रहा, जबकि निवेश आय में 32% का उल्लेखनीय उछाल देखा गया, जो ₹2,650 करोड़ तक पहुंच गई। हालांकि, कंपनी को चौथी तिमाही में ₹392 करोड़ का अंडरराइटिंग घाटा हुआ और शुद्ध कमीशन खर्च 28% बढ़कर ₹1,910 करोड़ हो गया। कंपनी के बोर्ड ने निवेशकों के लिए ₹10 प्रति शेयर डिविडेंड का भी ऐलान किया है।
लॉस एंजेलिस की आग का असर:
नतीजों पर बात करते हुए, GIC Re के CMD रामास्वामी नारायण ने स्वीकार किया कि लॉस एंजेलिस में लगी जंगल की आग का कंपनी के कारोबार पर असर पड़ा है, खासकर अमेरिका में, जो उनका एक बड़ा बाजार है। इस घटना से कंपनी को 38-40 मिलियन डॉलर का अनुमानित घाटा हुआ है, जिसके लिए अमेरिकी कारोबार के लिए ₹150 मिलियन डॉलर का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त, जीवन बीमा कारोबार में भी प्रावधान बढ़ाए गए हैं, जिससे तिमाही नतीजों पर कुछ दबाव पड़ा है। हालांकि, वित्त वर्ष 2025 में कंपनी ने कुल मिलाकर 10.7% की वृद्धि दर्ज की है।
अंतर्राष्ट्रीय विस्तार और ट्रेड वॉर पर दृष्टिकोण:
नारायणन ने बताया कि अक्टूबर 2024 में कंपनी की क्रेडिट रेटिंग में बढ़ोतरी से उसके अंतर्राष्ट्रीय कारोबार को काफी फायदा हुआ है। जनवरी में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 28% की मजबूत वृद्धि देखी गई, जबकि अप्रैल में घरेलू कारोबार 8% बढ़ा। कंपनी वित्त वर्ष 2026 में अपने कारोबार में 10% की वृद्धि की उम्मीद कर रही है और अपने कंबाइंड रेशियो को 2% से कम करने पर जोर दे रही है (एक स्वस्थ बीमा कंपनी के लिए यह अनुपात 100% से कम होना चाहिए, जो यह दर्शाता है कि प्रीमियम से अधिक भुगतान नहीं किया जा रहा)।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वैश्विक ट्रेड वॉर का उनके कारोबार पर असर हुआ है, तो नारायणन ने स्पष्ट किया कि इसका उनके कारोबार पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में अच्छी वृद्धि जारी रहेगी, जबकि घरेलू अर्थव्यवस्था की स्थिति भी काफी मजबूत है।
विनिवेश पर अभी कोई चर्चा नहीं:
कंपनी में सरकार की 82% हिस्सेदारी को लेकर और न्यूनतम सार्वजनिक होल्डिंग (Minimum Public Holding) नियमों को पूरा करने के लिए विनिवेश की योजना पर, नारायणन ने कहा कि फिलहाल हिस्सा बिक्री पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने संकेत दिया कि सरकार 2 साल बाद इस पर विचार कर सकती है।
GIC Re के शेयरों का प्रदर्शन:
गुरुवार को GIC Re के शेयर ₹2.20 यानी 0.53% की मामूली गिरावट के साथ ₹409.35 के आसपास कारोबार कर रहे थे। पिछले 6 महीनों में स्टॉक ने 8.35% और पिछले 12 महीनों में 18.37% का रिटर्न दिया है। कंपनी का मार्केट कैप ₹71,807 करोड़ है।
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