EaseMyTrip vs MMT: आखिर क्या है पूरा विवाद?
EaseMyTrip vs MMT: आखिर क्या है पूरा विवाद?
बुधवार को निशांत पिट्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर MMT द्वारा सेना के अधिकारियों के लिए दिए जा रहे विशेष छूट के ऑफर का स्क्रीनशॉट साझा किया। इस पोस्ट में पिट्टी ने दावा किया कि इस ऑफर का लाभ उठाने के लिए अधिकारियों को अपनी डिफेंस आईडी, यात्रा के रूट और अन्य संवेदनशील डेटा साझा करना होता है, जिसका देश के दुश्मन गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने चिंता जताई कि दुश्मनों को यह जानकारी मिल सकती है कि भारतीय सैनिक कहां यात्रा कर रहे हैं और इस सुरक्षा चूक को उजागर करने वाले स्क्रीनशॉट भी साझा किए। पिट्टी ने इस मुद्दे को तत्काल ठीक करने की मांग की।
MMT के एक प्रवक्ता ने तुरंत इन आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें 'दुर्भावनापूर्ण और प्रेरित' बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि MMT एक गर्वित भारतीय कंपनी है, जिसकी स्थापना भारतीयों ने की है, जिसका मुख्यालय भारत में है और जिसने पिछले 20 वर्षों में लाखों भारतीयों का विश्वास जीता है।
लेकिन इस विवाद ने एक नया मोड़ तब लिया जब निशांत पिट्टी ने MMT पर एक और गंभीर आरोप लगाया। इस बार पिट्टी ने MMT के कुछ निदेशकों की जानकारी सार्वजनिक करते हुए दावा किया कि उनके चीन के साथ प्रत्यक्ष संबंध हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी की रणनीतिक बोर्ड कमेटी में या तो ऐसे लोग हैं या उन लोगों का प्रभाव है जिनका चीन के साथ स्पष्ट जुड़ाव है। हाल ही में एक गैर-चीनी निदेशक की नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए पिट्टी ने कहा कि यह बदलाव चीनी प्रभाव की गहरी जड़ों को नहीं छिपा सकता। उन्होंने कहा कि MMT भले ही इसे 'प्रेरित आरोप' कहकर खारिज कर दे, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा दांव पर हो, तो चुप रहना कोई विकल्प नहीं है।
निशांत पिट्टी के इन गंभीर आरोपों के बाद ऑनलाइन ट्रैवल इंडस्ट्री में खलबली मच गई है। MMT की ओर से अभी तक इन नए आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह 'ऑनलाइन ट्रैवल वॉर' आगे क्या रूप लेती है और क्या SEBI या अन्य नियामक निकाय इस मामले में हस्तक्षेप करते हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें