एहतियाती कदम: विदेशी यूजर्स के लिए BSE, NSE वेबसाइट एक्सेस अस्थायी रूप से बंद, ट्रेडिंग पर असर नहीं
एहतियाती कदम: विदेशी यूजर्स के लिए BSE, NSE वेबसाइट एक्सेस अस्थायी रूप से बंद, ट्रेडिंग पर असर नहीं
भारतीय शेयर बाजार के दो प्रमुख एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विदेशी यूजर्स के लिए अपनी वेबसाइट्स की एक्सेस को अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस कदम का उद्देश्य संभावित साइबर खतरों से बचाव करना है, और सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि इससे विदेशी निवेशकों की भारतीय बाजारों में व्यापार करने की क्षमता पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
यह निर्णय मंगलवार को दोनों एक्सचेंजों के बीच हुई एक संयुक्त बैठक के दौरान लिया गया, जिसमें साइबर सुरक्षा से जुड़े जोखिमों पर विस्तृत चर्चा की गई।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और संघर्ष की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, रॉयटर्स के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि यह साइबर खतरा हालिया भू-राजनीतिक घटनाक्रमों से सीधे तौर पर जुड़ा है या नहीं। रिपोर्ट में एक अन्य सूत्र के हवाले से कहा गया है कि मौजूदा संवेदनशील माहौल को देखते हुए, एक्सचेंजों द्वारा यह कदम पूरी तरह से एहतियात के तौर पर उठाया गया है।
सूत्रों ने यह भी आश्वस्त किया है कि भारतीय बाजार सामान्य रूप से कार्य कर रहे हैं और इस अस्थायी प्रतिबंध का ट्रेडिंग गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। विदेशी निवेशक अपने अधिकृत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और ब्रोकरों के माध्यम से पहले की तरह ही भारतीय बाजारों में खरीद और बिक्री कर सकेंगे। यह प्रतिबंध केवल एक्सचेंजों की वेबसाइटों तक ही सीमित है, जिसका उपयोग आमतौर पर बाजार की जानकारी, डेटा और अन्य सार्वजनिक घोषणाओं को देखने के लिए किया जाता है।
एक्सचेंजों का यह त्वरित और एहतियाती कदम साइबर सुरक्षा के प्रति उनकी गंभीरता को दर्शाता है और निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह उम्मीद की जाती है कि यह प्रतिबंध अस्थायी होगा और स्थिति सामान्य होने पर इसे हटा लिया जाएगा।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें