सैटेलाइट इंटरनेट का 'खुला आसमान': एयरटेल की बड़ी भूमिका, ग्राहक चुनेंगे अपना प्रोवाइडर - सुनील भारती मित्तल
सैटेलाइट इंटरनेट का 'खुला आसमान': एयरटेल की बड़ी भूमिका, ग्राहक चुनेंगे अपना प्रोवाइडर - सुनील भारती मित्तल
भारती एयरटेल के चेयरमैन, सुनील भारती मित्तल ने भारत में एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक (Starlink) की सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सेवाओं का खुले दिल से स्वागत किया है। उनका मानना है कि भारत के सुदूर और ग्रामीण इलाकों तक इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए सैटेलाइट सेवाओं की अत्यधिक आवश्यकता है। एक एक्सक्लूसिव बातचीत में मित्तल ने CNBC AWAAZ को बताया कि भारत एक विशाल बाजार है और यहां हर सैटेलाइट कंपनी को अपनी सेवाएं देनी चाहिए।
मित्तल ने जोर दिया कि एक बार जब नियामक ढांचा (regulatory framework) तैयार हो जाएगा, तो सभी कंपनियां इस क्षेत्र में आगे आएंगी। उनका विज़न स्पष्ट है: "गांव-गांव, हिमालय एरिया और दूरदराज के इलाकों में सैटेलाइट सेवाओं की जरूरत है।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सैटेलाइट सेवा प्रदान करने में एयरटेल की भी एक बड़ी भूमिका होगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ग्राहकों को अपनी पसंद का सर्विस प्रोवाइडर चुनने का विकल्प मिलना चाहिए।
एयरटेल-स्टारलिंक साझेदारी: ग्रामीण भारत को जोड़ने का लक्ष्य
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सुनील मित्तल के नेतृत्व वाली भारती एयरटेल ने मार्च में ही एलन मस्क की स्पेसएक्स (SpaceX) के साथ एक साझेदारी की घोषणा की थी। इस करार के तहत, एयरटेल भारत में अपने ग्राहकों को स्टारलिंक की हाई-स्पीड सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं प्रदान करेगी। हालांकि, यह साझेदारी भारत में स्टारलिंक के संचालन के लिए आवश्यक नियामक मंजूरियों पर निर्भर करती है।
इस साझेदारी के साथ, भारती एयरटेल मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली जियो स्पेस टेक्नोलॉजी लिमिटेड (Jio Space Technology Limited) के साथ प्रतिस्पर्धा में उतरेगी, जो सैटेलाइट ब्रॉडबैंड स्पेस में भी उतर चुकी है। इस करार के तहत, एयरटेल अपने रिटेल स्टोरों के माध्यम से स्टारलिंक उपकरण उपलब्ध कराएगी और वाणिज्यिक ग्राहकों को स्टारलिंक सेवाएं प्रदान करेगी।
एयरटेल ने एक बयान में कहा है कि दोनों कंपनियां भारत के ग्रामीण इलाकों में वंचित समुदायों, स्कूलों और स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों को जोड़ने के अवसरों को भी तलाशेंगी। यह साझेदारी डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को प्राप्त करने और देश के हर कोने तक इंटरनेट पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सैटेलाइट इंटरनेट: भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण?
भारत जैसे विशाल और भौगोलिक रूप से विविध देश के लिए सैटेलाइट इंटरनेट एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है। पारंपरिक फाइबर या मोबाइल नेटवर्क बुनियादी ढांचे को हर दूरस्थ क्षेत्र तक पहुंचाना महंगा और चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में, सैटेलाइट ब्रॉडबैंड उन क्षेत्रों में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी प्रदान कर सकता है जहां वर्तमान में कोई पहुंच नहीं है या बहुत कम है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, ई-कॉमर्स और आर्थिक विकास के नए रास्ते खोल सकता है, जिससे डिजिटल विभाजन को पाटने में मदद मिलेगी।
सुनील भारती मित्तल का यह बयान और एयरटेल की स्टारलिंक के साथ साझेदारी, भारत में सैटेलाइट इंटरनेट के भविष्य के लिए एक उज्ज्वल तस्वीर पेश करती है, जहां प्रतिस्पर्धा और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ दूरदराज के इलाकों को भी डिजिटल रूप से सशक्त बनाया जा सकेगा।
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