मुनाफे की उड़ान, शेयर में सुस्ती: बंधन बैंक के नतीजों पर ब्रोकरेज बंटे, निवेशकों के लिए क्या है आगे?

 मुनाफे की उड़ान, शेयर में सुस्ती: बंधन बैंक के नतीजों पर ब्रोकरेज बंटे, निवेशकों के लिए क्या है आगे?

प्राइवेट सेक्टर के बंधन बैंक ने चौथी तिमाही में शानदार मुनाफा दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 480% का उछाल दिखाता है। बैंक ने प्रोविजनिंग में भी कमी दर्ज की है। हालांकि, ब्याज से होने वाली आय में मामूली गिरावट देखने को मिली है। इन मिश्रित नतीजों के बाद भी, आज शेयर बाजार में बंधन बैंक के शेयर पर हल्का दबाव बना हुआ है। सुबह 09:38 बजे के आसपास, एनएसई पर बंधन बैंक का शेयर 0.07% की मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। नतीजों के बाद, ब्रोकरेज फर्मों की राय भी इस स्टॉक पर बंटी हुई नजर आ रही है।

ब्रोकरेज की राय: एक नजर ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने चौथी तिमाही के नतीजों पर अपनी शोध रिपोर्ट में कहा है कि Q4 के नतीजे कमजोर रहे हैं, लेकिन वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही से सुधार की उम्मीद है। जेफरीज का मानना है कि माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशन (MFI) पर दबाव के कारण स्लिपेज और क्रेडिट कॉस्ट ऊंचे रह सकते हैं। हालांकि, बैंक का गैर-एमएफआई कारोबार को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना और ब्याज दरों में कटौती से संभावित लाभ स्टॉक के लिए सकारात्मक पहलू हैं। जेफरीज ने बंधन बैंक के शेयर पर अपनी "Buy" रेटिंग बरकरार रखी है और लक्ष्य मूल्य को ₹185 से बढ़ाकर ₹195 प्रति शेयर कर दिया है।

वहीं, नोमुरा ने बंधन बैंक के स्टॉक पर "Neutral" रेटिंग दी है और शेयर के लिए ₹165 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है। नोमुरा का मानना है कि तिमाही कमजोर रही है और RoA/RoE का आउटलुक भी सुस्त है। ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, छोटी अवधि में रिटर्न पर दबाव रहने की आशंका है।

कैसे रहे चौथी तिमाही के नतीजे?

मार्च तिमाही में बंधन बैंक का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 483% बढ़कर ₹318 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹55 करोड़ था। हालांकि, तिमाही आधार पर बैंक के शुद्ध लाभ में 25% की गिरावट आई है। बंधन बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) में भी 4% की गिरावट दर्ज की गई, जो चौथी तिमाही में ₹2,756 करोड़ रही, जबकि एक साल पहले यह ₹2,859 करोड़ थी। बैंक का शुद्ध राजस्व भी 3% गिरकर ₹3,456 करोड़ रहा। इन सबके बावजूद, बंधन बैंक ने शेयरधारकों को ₹1.50 प्रति शेयर का लाभांश देने की सिफारिश की है, जो ₹10 के फेस वैल्यू पर 15% है।

निवेशकों के लिए क्या?

बंधन बैंक के मिश्रित नतीजों और ब्रोकरेज की बंटी हुई राय के बीच, निवेशकों के लिए यह एक जटिल स्थिति है। जहां एक तरफ मुनाफे में भारी उछाल और लाभांश की घोषणा सकारात्मक संकेत हैं, वहीं ब्याज आय में गिरावट और ब्रोकरेज की सतर्क राय निवेशकों को दुविधा में डाल सकती है।

जेफरीज का सकारात्मक दृष्टिकोण लंबी अवधि के निवेशकों को आकर्षित कर सकता है, जो वित्त वर्ष 2026 की दूसरी छमाही से सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। वहीं, नोमुरा की तटस्थ राय उन निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह देती है जो कम समय में बेहतर रिटर्न की तलाश में हैं।

निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश के लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए कोई भी निर्णय लें। बैंक के MFI कारोबार की चुनौतियों, गैर-एमएफआई कारोबार के विकास की संभावनाओं और ब्याज दरों के परिदृश्य पर बारीकी से नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

IPO से पहले Lenskart को 'सुपर-विजन': फिडेलिटी ने $6.1 अरब पर आंका वैल्यूएशन, क्या है खास?

तिलकनगर इंडस्ट्रीज का शेयर 8% उछला: कल बोर्ड मीटिंग में फंड जुटाने पर विचार, सबकी निगाहें 'इंपीरियल ब्लू' डील पर!

HDB फाइनेंशियल IPO का बिग-बैंग: ₹12,500 करोड़ का issue 25 जून को खुलेगा, पर listed प्रतिस्पर्धियों से इस मोर्चे पर दिख रही 'कमजोर सेहत'!