ओला इलेक्ट्रिक का ₹1700 करोड़ का मेगा प्लान: कर्ज जुटाकर ईवी मार्केट में दौड़ेगी कंपनी!
ओला इलेक्ट्रिक का ₹1700 करोड़ का मेगा प्लान: कर्ज जुटाकर ईवी मार्केट में दौड़ेगी कंपनी!
भारत की प्रमुख दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility), ने अपने विस्तार योजनाओं को पंख लगाने के लिए एक बड़ी वित्तीय पहल की घोषणा की है। कंपनी के बोर्ड ने ₹1700 करोड़ तक की धनराशि जुटाने को हरी झंडी दे दी है। यह फंड डेट इंस्ट्रूमेंट्स (ऋण उपकरण) जारी करके जुटाया जाएगा, जैसा कि कंपनी ने 22 मई को अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में बताया।
यह पूंजी एक या एक से अधिक किश्तों में, टर्म लोन (सावधि ऋण), वर्किंग कैपिटल फैसिलिटीज (कार्यशील पूंजी सुविधाएं), या नॉन-कंवर्टिबल डिबेंचर्स (NCDs) और अन्य योग्य सिक्योरिटीज के माध्यम से जुटाई जा सकती है। इसे निजी प्लेसमेंट (private placement) के जरिए भी किया जा सकता है। यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब ओला इलेक्ट्रिक अपनी वित्तीय सेहत को मजबूत करने के लिए प्रयासरत है, ताकि विनिर्माण क्षमता (manufacturing capacity) में वृद्धि, कार्यशील पूंजी की उपलब्धता में इजाफा और व्यापक विस्तार योजनाओं को समर्थन मिल सके।
ओला इलेक्ट्रिक की मौजूदा कारोबारी सेहत: चुनौतियाँ और अवसर
ओला इलेक्ट्रिक ने अभी तक मार्च 2025 तिमाही के अपने कारोबारी नतीजे जारी नहीं किए हैं। हालांकि, दिसंबर तिमाही (Q3 FY25) के आंकड़ों पर नजर डालें तो कंपनी के लिए कुछ चुनौतियाँ सामने आती हैं। सालाना आधार पर अक्टूबर-दिसंबर 2024 में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट लॉस (शुद्ध घाटा) लगभग 50% बढ़कर ₹564 करोड़ तक पहुंच गया। इसी अवधि में, कंपनी का रेवेन्यू (राजस्व) भी लगभग 19% गिरकर ₹1045 करोड़ पर आ गया।
इसके बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक ने रिकॉर्ड संख्या में इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे और 25.5% मार्केट शेयर के साथ दोपहिया ईवी सेगमेंट में टॉप कंपनी बनी रही। कंपनी का व्यापार मॉडल अनुसंधान एवं विकास, विनिर्माण, आपूर्ति श्रृंखला, बिक्री, सेवा और चार्जिंग सुविधाओं सहित एक ऊर्ध्वाधर रूप से एकीकृत दृष्टिकोण पर आधारित है। कंपनी अपनी "फ्यूचर फैक्ट्री" में उत्पादन क्षमता बढ़ाने और लिथियम-आयन सेल निर्माण सुविधा स्थापित करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
शेयरों की स्थिति: IPO के बाद से उतार-चढ़ाव
ओला इलेक्ट्रिक के शेयर 22 मई को बीएसई पर 0.27% की हल्की बढ़त के साथ ₹51.50 के भाव पर बंद हुए। हालांकि, यह अभी भी ₹76 के आईपीओ प्राइस से 32.24% नीचे है। पिछले साल 9 अगस्त 2024 को शेयरों की मार्केट में एंट्री हुई थी और 20 अगस्त 2024 को यह ₹157.53 के रिकॉर्ड हाई पर थे। इस रिकॉर्ड हाई से 8 महीने से भी कम समय में यह 71.08% टूटकर 7 अप्रैल 2025 को ₹45.55 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया था। इस निचले स्तर से अब तक यह 13% से अधिक रिकवर हो चुका है, लेकिन अब भी रिकॉर्ड हाई से यह 67% से अधिक नीचे है।
यह नया पूंजी जुटाने का कदम ओला इलेक्ट्रिक के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह न केवल इसकी तरलता (liquidity) को बढ़ाएगा, बल्कि कंपनी को अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक वित्तीय शक्ति भी प्रदान करेगा, विशेष रूप से ऐसे समय में जब भारतीय ईवी बाजार में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ रही है।
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