IREDA का जेनसोल इंजीनियरिंग पर शिकंजा, धोखाधड़ी के आरोप में EOW में शिकायत, शेयर में भारी गिरावट
IREDA का जेनसोल इंजीनियरिंग पर शिकंजा, धोखाधड़ी के आरोप में EOW में शिकायत, शेयर में भारी गिरावट
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की वित्तपोषक संस्था, इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) ने जेनसोल इंजीनियरिंग के खिलाफ एक गंभीर कदम उठाते हुए आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। IREDA ने जेनसोल पर दस्तावेजों में हेरफेर और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है, विशेष रूप से एक ऐसे पत्र का उपयोग करने का दावा किया है जिसे IREDA ने कभी जारी ही नहीं किया था। इस घटनाक्रम के बाद, IREDA ने जेनसोल इंजीनियरिंग को दिए गए ऋण, कंपनी के प्रवर्तकों और उनसे जुड़ी अन्य कंपनियों की आंतरिक समीक्षा भी शुरू कर दी है।
हालांकि, IREDA ने अभी तक जेनसोल के ऋण खाते को गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) के रूप में वर्गीकृत नहीं किया है, लेकिन इसे 'तनावग्रस्त ऋण' की सूची में डाल दिया गया है। स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में IREDA ने स्पष्ट किया है कि उसकी जांच और जोखिम प्रबंधन समिति इस पूरे मामले की गहन छानबीन कर रही है। इस जांच के निष्कर्षों के आधार पर ही जेनसोल से ऋण वसूली की रणनीति तय की जाएगी। सरकारी स्वामित्व वाली इस गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) ने यह भी खुलासा किया है कि जेनसोल के प्रवर्तकों ने ऋण प्रदान करने वाली संस्थाओं से आवश्यक अनुमति प्राप्त किए बिना कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी, जो कि अनुबंध की शर्तों का स्पष्ट उल्लंघन है। इसी कारण IREDA ने EOW का दरवाजा खटखटाया है और कानूनी कार्रवाई का सहारा ले रही है।
इस बीच, एक अन्य वित्तीय संस्थान, पावर फाइनेंस कंपनी (PFC) ने भी इसी सप्ताह की शुरुआत में जेनसोल इंजीनियरिंग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। PFC के अनुसार, जेनसोल ने कुल ₹352 करोड़ के ऋण में से ₹307 करोड़ की राशि का पुनर्भुगतान नहीं किया है। IREDA की तरह, PFC ने भी जेनसोल के खिलाफ EOW में शिकायत दर्ज करवाई है। समानांतर रूप से, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पुनीत जग्गी नामक व्यक्ति को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त, FEMA (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के तहत जेनसोल के विभिन्न ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है। ED ने यह कार्रवाई भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा की गई पिछली कार्रवाई के आधार पर अनमोल जग्गी और पुनीत जग्गी के खिलाफ अपनी जांच शुरू करने के बाद की है। इन तमाम खुलासों का असर जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर मूल्य पर भी स्पष्ट रूप से दिखाई दिया है, जो पिछले एक साल में लगभग 90% तक गिर चुका है, निवेशकों के बीच चिंता और अनिश्चितता का माहौल है।
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